हिरासत में लिये गये सिपाही

इस मामले में एसएसपी अजय कुमार मिश्र ने एक्शन लेते हुए कैदी की सिक्योरिटी में लगे दोनों सिपाहियों ओमप्रकाश व समरजीत को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में कैंट थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस दोनों सिपाहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जेल ऑफिसर्स के मुताबिक आलमबाग लखनऊ के कनौरा हरचंदपुर निवासी 32 वर्षीय सलीम किडनैप, मर्डर, साजिश व आम्र्स एक्ट के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसे सेंट्रल जेल में वर्ष 2006 में लाया गया था। यहां वह सर्किल नंबर एक में बंद था। लेकिन वह अच्छे बिहैव व हर कल्चरल एक्टिविटी में भाग लेने के कारण जेल एडमिनिस्ट्रेशन का विश्वासपात्र बन गया था। चार साल पहले उसे नंबरदार भी बनाया गया था और वह जेल की कैंटीन को ऑपरेट करने में काफी हेल्प करता था।

पैर में लगी थी चोट

जेल में सलीम 25 अप्रैल को स्टोर रूम की सफाई के दौरान सीढ़ी से गिर गया था। इस दौरान उसके पैर में गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद बंदीरक्षक देवनाथ ने उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। डॉ। प्रवीण प्रताप की देखरेख में हॉस्पिटल के सेकेंड फ्लोर पर बने वार्ड में उसका ट्रीटमेंट चल रहा था। इस दौरान सलीम की सिक्योरिटी में ओमप्रकाश व समरजीत की ड्यूटी लगाई गई थी। मंडे की रात लगभग 11 बजे जब दोनों सिपाही कहीं से घूमकर आए तो देखा कि सलीम अपने बेड पर नहीं था। आधे घंटे तक तलाश करने के बाद जब वह नहीं मिला तो दोनों ने इसकी सूचना जेल सुपरिंटेंडेट को दी।

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कैदी सलीम के फरार होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने हॉस्पिटल की घेराबंदी कर उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। यह चूक बड़ी है और दोषी पुलिसकर्मियों के अंगेस्ट एक्शन भी लिया गया है।

संजीव त्रिपाठी, जेल सुपरिंटेंडेंट