- मंडलीय कारागार में दो गुटों के बीच मारपीट

- एक दिन पहले दी थी जेलर को हत्या की धमकी

GORAKHPUR: बंदियों का झगड़ा छुड़ाने पहुंचे जेलर पर बंदियों ने हमला कर दिया। लाठी के हमले में जेलर घायल हो गए। घटना बुधवार देर रात मंडलीय कारागार की है। जेलर पर हमले से जेल प्रशासन सकते में आ गया है। इसके पहले भी जेल अधिकारियों पर हमले हो चुके हैं। इसलिए गुरुवार को जेल प्रशासन काफी सतर्क रहा। उधर, आपसी भिड़ंत के बाद गुरुवार को पेशी पर आए दो बंदियों ने जेल प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाया। कचहरी में अपने घाव दिखाते जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई.्र

एक नंबर बैरक में हुआ बवाल

जेल से जुड़े लोगों ने बताया कि बैरक नंबर एक में मऊ जिले का शातिर बदमाश पन्ने यादव बंद है। अपने गुट के लोगों के साथ मिलकर उसने विरोधी गुट के बंदी संजय यादव पर हमला बोल दिया। बैरक में मारपीट, शोरगुल होने पर बंदी रक्षकों ने पगली घंटी बजा दी। पगली घंटी बजने पर जेल अधिकारी, कर्मचारी जमा हो गए। बंदियों को छुड़ाने के लिए बैरक में घुस गए।

लाठी छीनकर िकया हमला

झगड़ा छुड़ाने के लिए जूझ रहे जेल सिपाहियों की बंदियों से गुत्थमगुत्थी हुई। आरोप है कि तभी बंदी पन्ने यादव ने जेल सिपाही की लाठी छीनकर जेलर डॉक्टर राजेश कुमार सिंह पर हमला कर दिया। सिर बचाने के चक्कर में जेलर के बांह में चोट लगी। बंदियों के छुड़ाने के चक्कर में दूसरे जेलर रामकुबेर सिंह, दो डिप्टी जेलर और सिपाही भी घायल हो गए।

24 घंटे पहले दी थी जेलर को धमकी

मंगलवार शाम बंदी अरविंद सिंह ने जेलर डॉ। आरके सिंह को जानमाल की धमकी दी थी। 25 जुलाई को बिजनौर से जेल से आरके सिंह को गोरखपुर लाया गया था। बैरक नंबर पांच में बंद अरविंद सिंह अचानक जेलर के दफ्तर में पहुंचा। खुद को दूसरी बैरक में शिफ्ट करने को लेकर अपशब्द कहने लगा। उसने जेलर को अंजाम भुगतने की धमकी दी। जेल कर्मचारियों ने उसे काबू करके बैरक में पहुंचाया। जेल अधिकारियों का मानना है कि साजिश के तहत पहले बवाल कराया गया। फिर झगड़ा छुड़ाने पहुंचे जेल अधिकारियों पर हमला कर दिया गया। बैरक में बवाल के बाद गुटबाजी कर रहे पन्ने यादव और संजय को जेल प्रशासन ने हाई सिक्योरिटी बैरक में भेज दिया। जेलर राजेश सिंह ने हमले के मामले में शाहपुर पुलिस को सूचना दी।

वर्जन

जेलर को जानमाल की धमकी देने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जेलर पर हमले के मामले में भी कार्रवाई की जाएगी।

अभय मिश्रा, सीओ कैंट