- कैदी की मौत के बहाने काटा था बवाल

- अनुमति पर देवरिया जेल में किया गया शिफ्ट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: मंडलीय कारागार में कैदी की मौत के बहाने बवाल काटने वाले बंदियों को देवरिया शिफ्ट कर दिया गया है। शासन से अनुमति मिलने के बाद जेल अधिकारियों ने पुलिस अभिरक्षा में बंदियों को देवरिया भेज दिया। बंदियों पर आरोप है कि उनकी वजह से जेल का माहौल खराब हो रहा था। कुछ अन्य बंदियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल का माहौल सामान्य हो चुका है। इसमें खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

13 अक्टूबर को हुआ था बवाल

मंडलीय कारागार में लगातार मोबाइल सर्च करने से बंदी परेशान थे। 13 अक्टूबर को हत्या की सजा काट रहे चिलुआताल एरिया के मीरपुर दुबी निवासी सूर्यभान की अचानक तबियत खराब होने से हालत बिगड़ गई। जेल के डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। सूर्यभान की मौत की सूचना जेल पहुंची तो बंदी भड़क गए। मोबाइल बरामदगी से बिफरे बंदियों ने बवाल शुरू कर दिया। बंदी रक्षकों को बंधक बना जमकर उत्पात मचाया। अधिकारियों ने किसी तरह से मामला शांत कराया। जांच पड़ताल में दो बंदियों सीताराम और संदीप सिंह का नाम बवाल में सामने आया।

जांच में दोषी पाए गए दोनों

जांच रिपोर्ट के आधार पर जेल प्रशासन ने दोनों बंदियों को अन्य जेल में ट्रांसफर किए जाने की मांग की। वाजिब वजह सामने आने पर शासन ने दोनों बंदियों को देवरिया शिफ्ट करने का आदेश दिया। प्रशासनिक आधार पर सीताराम और संदीप सिंह को देवरिया जिला कारागार भेज दिया गया। जेल से जुड़े लोगों का कहना है कि दोनों आजमगढ़ जेल में बंद थे। वहां जेल का माहौल खराब होने पर उनको 22 सितंबर 2015 को गोरखपुर भेजा गया था। यहां आने के बाद दोनों ने राजनीति शुरू कर दी। उनकी वजह से जेल का माहौल खराब होने लगा। जांच में बवाल के लिए दोनों को दोषी पाया गया।

वर्जन

जेल में हुए उत्पात मचाने में इनका नाम सामने आया है। इसलिए प्रशासनिक आधार पर दोनों को मंगलवार को देवरिया शिफ्ट कर दिया गया।

एसके शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक