-जेल में सजा आस्था का मंदिर, 388 ने रखा व्रत

GORAKHPUR: औरंगजेब और मुमताज नवरात्रि का व्रत रखेंगे। मां के जयकारे भी लगाएंगे और पूरी रात जागरण भी करेंगे। यह सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा होगा, मगर यह हकीकत है। एक, दो नहीं बल्कि दस मुस्लिमों ने नवरात्रि का व्रत रखा है। यह आस्था का अनोखा स्वरूप किसी के घर या मोहल्ले में नहीं बल्कि जुर्म के नाम से बदनाम जेल में सजा है। जहां अपने जुर्म की सजा काटने वाले लोग भक्ति में डूबे हुए हैं। जेल में गालीगलौज की बजाए मां के भजन गूंज रहे हैं तो हमेशा दूसरों को सताने वाले लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं। नवरात्रि में आए बंदी और कैदियों के इस चेंज से जेल एडमिनिस्ट्रेशन बहुत खुश है। जेल एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से व्रत रखने वाले बंदी और कैदियों के लिए अलग खाने की व्यवस्था की गई है।

फ्88 ने रखा नवरात्रि का व्रत

गोरखपुर की मंडलीय जेल में आस्था का मंदिर सजा है। जेल में बंद हर चौथा शख्स व्रत रखा है। जेल प्रशासन के अनुसार नवरात्रि पर जेल में टोटल फ्88 लोगों ने व्रत रखा है, जिसमें ब्फ् महिलाएं और फ्ब्भ् जेंट्स हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोगों में क्0 मुस्लिम भी शामिल हैं, जिसमें 7 मुस्लिम ने पूरे 9 दिन का व्रत रखा है। उनका रूटीन भी पूरी तरह हिंदू की तरह हो गया है। सुबह, शाम पूजा करना और मां की भक्ति में डूबे रहना।

नवरात्रि में बंदी, कैदी दोनों ने व्रत रखा है। व्रती में कई मुस्लिम भी शामिल हैं। जेल में पूरी तरह मंदिर जैसा माहौल है।

एसके शर्मा, सीनियर सुपरिटेंडेंट जेल

इन मुस्लिम ने रखा है नवरात्रि का व्रत

- आफताब

- शमशुद्दीन

- इम्तियाज

- औरंगजेब

- आफीन

- मुमताज (जुम्मन)

- मुमताज (जमाल)

- शाहिद

- रफीक

- शहनवाज