RANCHI: रिम्स में इलाज करा रहे कैदियों को वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। वार्ड में अब जहां उनके रहने की बेहतर व्यवस्था की गई है, वहीं खाने में भी उन्हें मनचाही चीजें परोसी जा रही हैं। और मनचाही चीज नहीं देने की स्थिति में वे भूख हड़ताल करने की धमकी भी दे डालते हैं। ऐसे में उन्हें उनके मनमाफिक सब्जियां परोसी जा रही हैं। बताते चलें कि सजा काट रहे कैदियों को इलाज के लिए रिम्स में लाया जाता है, जहां उनके लिए बेसमेंट में अलग वार्ड बनाया गया है।

थाली में वेराइटी सब्जी

हास्पिटल में एडमिट मरीजों का खाना प्राइम किचन सर्विसेज तैयार करती है। ऐसे में इलाजरत कैदियों का भी खाना उन्हें ही तैयार करना है। ऐसे में कैदियों की फरमाइश को भी हर हाल में पूरा किया जाता है। हालांकि अभी रिम्स में मरीजों को नॉन वेज देने पर रोक लगा दी गई है। लेकिन उनकी थाली में अलग-अलग तरह की सब्जियां देखने को मिल रही हैं।

मरीजों से अलग कैदियों की थाली

हास्पिटल में एडमिट 12 सौ मरीजों का खाना हर दिन बनाया जाता है। जिसमें डाइबिटीज, सर्जरी, कार्डियक और अन्य मरीजों की डाइट तैयार की जाती है। लेकिन कैदियों के लिए तैयार की जाने वाली थाली सामान्य मरीजों से अलग होती है। उसमें तरह-तरह की हरी सब्जियां होती हैं, जबकि अन्य सभी मरीजों को एक ही तरह का खाना परोसा जाता है।

वर्जन

आलू की सब्जी देने पर कैदी बवाल करते हैं। कई बार तो खाना लौटा दिया जाता है। और अगर सब्जी उनके हिसाब से न दी जाए तो भूख हड़ताल की धमकी देते हैं। अब खाना देना है तो जो मांगते है वही सब्जी दी जाती है।

कुमारी मीनाक्षी, डाइटीशियन, रिम्स