RANCHI: रिम्स की व्यवस्था पूरी तरह से आउटसोर्स पर चलेगी। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज(रिम्स) में अब कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। आए दिन कर्मियों व मरीजों के बीच झंझट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है कि रिम्स में जितने भी ग्रेड 3 और ग्रेड 4 के स्टाफ हैं सभी को आउटसोर्स के आधार पर बहाल किया जाए। यानी प्राइवेट एजेंसी के हवाले रिम्स की व्यवस्था होगी। ताकि वहां काम करने वाली नर्स से लेकर ट्रॉलीमैन तक की जो मोनोपोली है उसे खत्म किया जा सके। इसके लिए देश के बड़े अस्पतालों में मैन पावर सप्लाई करने वाली एजेंसी जिस तरीके से अस्पतालों का संचालन करती है वही व्यवस्था रिम्स में भी लागू की जाएगी।

एजेंसी के जिम्मे मैन पावर सप्लाई

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, रिम्स में डॉक्टर को छोड़कर जो भी स्टाफ है उनको प्राइवेट एजेंसी से लिया जाएगा। किसी भी बड़े अस्पताल में मरीजों का इलाज और उसकी देखभाल बेहतर तरीके से करने के लिए एक्सपर्ट की टीम रहती है। बड़े अस्पतालों में जो भी एक्सपर्ट होते हैं उन्हीं के सहारे व्यवस्था का संचालन किया जाता है। इसीलिए रिम्स में भी बड़े अस्पतालों का संचालन करने वाली एजेंसी का चयन किया जाएगा, जो मैन पावर की सप्लाई कर खुद से पूरी व्यवस्था देखे।

17 नवंबर को प्रीबीड मीटिंग

17 नवंबर को रिम्स में प्रीबीड मीटिंग होगी, जिसमें वैसी संस्थाएं या एजेंसी के प्रतिनिधि शामिल होंगे जो देश के बड़े अस्पतालों में मैन पावर की सप्लाई करते हैं और अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी निभाते हैं। प्री बीड मीटिंग के बाद ही एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। संभवत: अगले साल यानी 2019 से रिम्स की व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी और प्राइवेट एजेंसी के कर्मचारी इसकी देखरेख और सारे काम को देखेंगे।

ये आउटसोर्स पर होंगे बहाल

आउट सोर्स पर रिम्स में नर्स ग्रेड ए, ओटी असिस्टेंट, लैब असिस्टेंट, लैब टेक्नीशियन, ईईजी टेक्निशियन, ईसीजी टेक्निशियन, एक्सरे टेक्निशियन, फ ार्मासिस्ट, ड्रेसर, रूम असिस्टेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर, क्लर्क, ऑफि स असिस्टेंट, गार्डेनर, लेडी सुपरवाइजर, लैब अटेंडेंट, डेंटल टेक्निशियन, एनेस्थेटिक टेक्निशियन को बहाल किया जाएगा। ये सभी एक्सप‌र्ट्स ही रिम्स में इलाज कराने वाले मरीज की देखभाल समेत सभी कार्य करेंगे।

वर्जन

रिम्स में एक्सपर्ट मैन पावर की बहाली की जाएगी। इसके लिए प्राइवेट एजेंसी जो अस्पतालों में एक्सपर्ट मैन पावर की सप्लाई करती है। उनसे संपर्क किया जा रहा है।

डॉ आरके श्रीवास्तव, डायरेक्टर, रिम्स रांची