- पीडि़त patient ने police व principal से की लिखित शिकायत

- दलाल patients को दिखा रहे बाहर का रास्ता

GORAKHPUR:

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दलालों के झांसे में आकर मरीज ठगी का शिकार हो रहे हैं। इलाज कराने के लिए मरीजों के साथ ये आम बात हो गई है। अक्सर बीमारी से परेशान पेशेंट इसकी कम्प्लेन के चक्कर में न पड़ हार मानकर घर चले जाते हैं, लेकिन बुधवार को महराजगंज जिले के रहने वाले एक पेशेंट ने पुलिस व प्रिंसिपल से लिखित शिकायत कर ठगों पर कार्रवाई की मांग की है।

BRD से बहला ले गए patient

महराजगंज जिले के पुरंदरपुर एरिया के विशनपुर लक्ष्मीपुर के रहने वाले ध्रुव नारायण के नाक, कान, गले में प्राब्लम थी। वह पिछले दिनों इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे। पर्ची काउंटर पर पर्ची कटवाने के बाद वे ओपीडी जा रहे थे। इसी बीच एक युवक उनसे टकरा गया। उसने बेहतर इलाज की बात करते हुए बाहर के शिवम क्लीनिक पर डॉ। श्याम श्रीवास्तव से दिखाने की बात की। वह दलाल के झांसे में आ गए। आरोप है कि पहले फीस के नाम पर 300 रुपये लिए गए इसके बाद डॉक्टर ने 670 रुपये की दवा लिख दी। वह दवा लेकर बाहर आए। इसके बाद ओपीडी में दोबारा डॉक्टर से दिखाया तो उन्होंने दवा वापस करने को कहा। वह दवा वापस करने क्लीनिक पर पहुंचा तो डॉक्टर के क्लीनिक काउंटर पर बैठी महिला ने दवा और फीस वापस करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं अपशब्दों का प्रयोग करते हुए भगा दिया। पीडि़त ने इस संबंध में मेडिकल कॉलेज स्थित पुलिस चौकी और प्रिंसिपल से लिखित शिकायत की।

कोट

मेडिकल कॉलेज में इलाज के नाम पर लूट मची हु‌ई्र हैं। दलालों पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन नकेल नहीं कस पा रहा है। जिसके कारण दलाल के चंगुल में फंस कर मरीज आये दिन ठगी के शिकार हो रहे हैं। पीडि़तों की शिकायत के बाद भी कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने से ठगों के हौसले काफी बढ़े हुए हैं।

विशाल यादव, गोला

हम तो खुद ही दलालों के शिकार हुए हैं। शिकायत भी कर चुका हूं, लेकिन अभी तक उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। पर्ची काउंटर के आस पास दलालों का जमावड़ा होता है। इस बात को कॉलेज के जिम्मेदार भी जानते हैं, लेकिन आंख बंद किए रहते हैं।

ध्रुवनारायण, महराजगंज

वर्जन

पीडि़त मरीज की ओर से किसी प्रकार का पत्र नहीं मिला है। यदि ऐसा कैंपस परिसर में चल रहा हैं तो गलत हैं। इस पर नजर रखी जाएगी। यदि इस दौरान कोई भी पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। एके श्रीवास्तव, SIC नेहरू चिकित्सालय BRD