- 60 प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता देने का मामला गरमाया

- 13 फरवरी को प्रस्तावित है बैठक, हो सकता है फैसला

आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के तुगलकी फरमान से नाराज सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एसोसिएशन (एसएफसीए) आंदोलन का मन बना रही है। हाल ही में कु लपति द्वारा 60 कॉलेजों की सम्बद्धता पर पुन: विचार करने का फरमान जारी किया गया है। इसको लेकर 13 फरवरी को बैठक भी प्रस्तावित है।

मान्यता देने में हुआ बड़ा खेल

तत्कालीन कुलपति द्वारा पिछले वर्ष जुलाई में 60 कॉलेजों को मान्यता प्रदान की गई थी। सूत्रों का कहना है कि उक्त कॉलेजों की सम्बद्धता में नियमों की अनदेखी की गई। इसके पीछे करोड़ों रुपये की सौदेबाजी का खेल बताया जा रहा है। मामले में नवागत कुलपति प्रोफेसर अरविन्द दीक्षित ने उक्त फाइलों पर पुन: विचार करने की इच्छा व्यक्त की। सम्बद्धता पर पुन: विचार करने के लिए 13 फरवरी को बैठक प्रस्तावित है। एसएफसीए के महामंत्री अशुतोष पचौरी का कहना है कि कुलपति के आए दिन ऐसे फरमान कॉलेज संचालकों के शोषण को लेकर किया जा रहा है। विवि व कॉलेज संचालकों के बीच बैठक की सूचना 10 फरवरी की रात को विवि की वेबसाइट पर डाल दी गई। महामंत्री का कहना है कि कॉलेज संचालकों को बैठक के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। इसकी जानकारी भी प्रॉपर तरीके से उन्हें नहीं दी गई है।