यूजी व पीजी लेवल में प्राइवेट स्टूडेंट के रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर नहीं होगा खेल

फीस के नाम पर छात्रों से मनचाहे दाम दाम वसूलते थे कॉलेज

Meerut. यूजी व पीजी लेवल में प्राइवेट स्टूडेंट के रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर कॉलेजों में होने वाले खेल पर अब लगाम लगेगी. सीसीएसयू ने इस खेल को खत्म करने के लिए बड़ा निर्णय लिया है. अब यूनिवर्सिटी कॉलेजों में सीधे प्राइवेट फार्म नहीं भर पाएंगे. इन सब्जेक्ट में प्राइवेट स्टूडेंट के रुप में यूनिवर्सिटी में ही रजिस्ट्रेशन करना होगा. स्टूडेंट को कॉलेजों के पांच विकल्प देने होंगे.

ऑनलाइन जमा होगी फीस

अब कॉलेजों में फीस भी यूनिवर्सिटी के ऑनलाइन पोर्टल पर जमा करनी होगी. बाद में यूनिवर्सिटी प्राथमिकता के आधार पर छात्रों को कॉलेजों का आवंटन करेगी. परीक्षा से ठीक 20 दिन पहले छात्र को उसके कॉलेज का पता चलेगा. संबंधित कॉलेज को यूनिवर्सिटी अपने स्तर से छात्र संख्या के अनुसार फीस ट्रांसफर करेगा. नियम बनाने को विवि ने पांच सदस्यीय कमेटी बना दी है.

रुकेगा अवैध वसूली का खेल

यूनिवर्सिटी के इस फैसले से प्राइवेट छात्रों के नाम पर कॉलेजों में जारी करोड़ों रुपए के अवैध वसूली के खेल पर ब्रेक लग जाएगा. यूनिवर्सिटी में अभी तक प्राइवेट छात्रों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते हुए संबंधित कॉलेज में जमा करना होता है. इसके लिए प्रति छात्र लगभग पांच सौ रुपए पंजीकरण फीस तय है, लेकिन कॉलेज एक हजार रुपए से लेकर पांच हजार रुपए अतिरिक्त लेते हैं.नोएडा, मेरठ, सहारनपुर और बागपत में प्राइवेट छात्रों के रजिस्ट्रेशन में एक ही सत्र में मात्र दो महीनों में करोड़ों रुपये का खेल होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

अब सब कुछ ऑनलाइन कर दिया गया है, बीते कई साल से यूनिवर्सिटी ऑनलाइन पर अधिक ध्यान दे रही है ताकि पारदर्शिता बने और किसी तरह की गड़बड़ी की संभावना न हो.

प्रो. वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू