-खेल मैदान, जिम, स्विमिंग पूल आदि को ठेके पर देने की तैयारी

- हॉस्टल के खिलाडि़यों को मिलती रहेगी प्रैक्टिस की पूरी सुविधा

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW:

लोगों को स्पो‌र्ट्स और फिटनेस के प्रति जागरुक करने के लिए खेल विभाग अब पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल तैयार कर रहा है। इस योजना में प्रदेश के स्टेडियमों को निर्धारित नियमों के तहत प्राइवेट हाथों में सौंपा जाएगा। इससे न केवल डिपार्टमेंट को राजस्व की प्राप्ति होगी बल्कि अधिक से अधिक लोगों को इन स्टेडियमों में प्रैक्टिस की सुविधा भी मिलेगी।

सर्वे का काम शुरू

केंद्र सरकार की 'खेलो इंडिया' योजना को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मॉडल पर खेल ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाया जा रहा है। राजधानी के केडी सिंह बाबू स्टेडियम से इसकी शुरुआत हो चुकी है। यहां उपलब्ध सभी खेल सुविधाओं का सर्वे किया जा रहा है।

इसलिए उठाया गया कदम

खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार राजधानी के सभी स्टेडियमों में सिर्फ सुबह और शाम ही तीन-तीन घंटे प्रैक्टिस होती है। बाकी समय स्टेडियम के सभी हॉल और मैदान खाली पड़े रहते हैं। ऐसे में इन्हें विभिन्न संस्थाओं या किसी व्यक्ति को देने की तैयारी है।

साल भर की बुकिंग

जो भी संस्था या व्यक्ति इन्हें लेगा वह अपने फेवरेट समय के अनुसार इनकी साल भर के लिए बुकिंग करा सकता है। इस योजना से स्पो‌र्ट्स सेक्टर में जॉब भी बढ़ेंगे और साथ ही अधिक से अधिक लोगों को प्रैक्टिस की सुविधा भी मिलेगी।

खेल विभाग से कर सकते हैं संपर्क

केडी सिंह बाबू स्टेडियम के मल्टीपरपज हॉल में बैडमिंटन, स्विमिंग पूल और जिम बना है। इन्हें पीपीपी मॉडल पर चलाने के लिए खेल विभाग से संपर्क कर सकते हैं। डिपार्टमेंट शर्तो पर इन्हें चलाने को देगा। इसके लिए एक निश्चित धनराशि जमा करानी होगी। साथ ही यहां के उपकरणों के मेंटीनेंस की जिम्मेदारी भी इसे लेने वाले को उठानी होगी। मुख्य बात यह है कि जहां-जहां हॉस्टल हैं, वहां के प्लेयर्स को प्रैक्टिस के लिए सुबह शाम शेड्यूल एलॉट करना होगा। इन्हें लेने वाला अपने अनुसार यहां कोच रख सकता है और दूसरे लोगों से उचित फीस लेकर उन्हें यहां प्रैक्टिस की सुविधा भी।

कोट

इस योजना की शुरुआत की जा रही है। प्रदेश भर के स्टेडियमों का सर्वे कर खाका तैयार किया जा रहा है। इसके लिए सेवा और नियम तय किए जाने बाकी हैं। जल्द ही इसकी शुरुआत हो जाएगी।

डॉ। आरपी सिंह

निदेशक, यूपी खेल विभाग

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हॉस्टल के खिलाडि़यों को फ्री प्रैक्टिस

स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि जो संस्था या व्यक्ति स्टेडियम का स्वीमिंग पूल या जिम सेंटर लेगा उसको इसके संचालन और मेंटीनेंस की जिम्मेदारी लेनी होगी। सारे खर्च भी उसी को देने होंगे। उसे हॉस्टल के खिलाडि़यों को एक टाइम स्लॉट प्रैक्टिस के लिए फ्री देनी होगी। बाहरी लोगों से वह फीस लेकर उन्हें प्रैक्टिस की सुविधा दे सकता है। इस व्यवस्था का लाभ उन्हें मिलेगा जिनके पास सुबह और शाम प्रैक्टिस के लिए टाइम नहीं है। ऐसे लोग किसी भी समय यहां आकर प्रैक्टिस कर सकते हैं।