गुड्डू के साथ भाई और भांजे को भी लाश ठिकाने लगाने में किया था शामिल

-स्टेशन जाने के बहाने मांग कर लाए थे आटो

-स्कूटी के टुकड़े-टुकड़े कर बोरी में भरकर गाड़ दिया था

-किला नदी में फेंका मोबाइल, जला दिया था एटीएम, पर्स और बैग

BAREILLY: प्रियांगी का मर्डर गला दबाकर नहीं बल्कि मुंह दबाकर किया गया था। मोबाइल देखने को लेकर इमरान से प्रियांगी का झगड़ा हुआ था। मर्डर के बाद लाश ठिकाने लगाने में इमरान ने गुड्डू के साथ अपने भाई सलमान और भांजे मोहम्मद अहमद हुसैन को भी शामिल किया था। इमरान गांव से आटो स्टेशन जाने के बहाने मांग कर लाया था। यही नहीं उसने प्रियांगी का मोबाइल किला नदी में फेंक दिया था। इसके अलावा स्कूटी के टुकड़े कर बोरी में भर घटना स्थल के आगे दबा दिया था और कुछ दूरी पर प्रियांगी का एटीएम, पर्स और लाश ले जाने में यूज क्रिकेट बैग को जला दिया था। इमरान ने रिमांड पर पुलिस के सामने सारे राज उगल दिए। पुलिस ने इमरान की निशान देही पर प्रियांगी की स्कूटी, चेन और इमरान का मोबाइल बरामद कर लिया है। इमरान ने मोबाइल से मैसेज डिलीट कर दिए थे। पुलिस मोबाइल और जला हुआ सामान बरामद नहीं कर सकी है। पुलिस अब प्रियांगी का डीएनए टेस्ट कराने के साथ इमरान के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजेगी जिससे डिलीट किए गए मैसेज रिकवर हो सकें।

मोबाइल देखने पर हुआ थ्ा झगड़ा

पुलिस के अनुसार भ् नवंबर को इमरान के आफिस में गुड्डू पहले से ही मौजूद था। इसी दौरान प्रियांगी अपनी सहेली के साथ इमरान के आफिस में पहुंची थी। यहां पर इमरान के मोबाइल पर किसी का फोन आया जिसे प्रियांगी ने देखने के लिए कहा। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। झगड़े के दौरान प्रियांगी ने शोर मचाना शुरू कर दिया तो इमरान ने उसके मुंह पर हाथ रखकर उसे चुप कराने का प्रयास किया लेकिन प्रियांगी चीखती रही। इस पर इमरान को डर हुआ कि कहीं ऊपर रह रहे मकान मालिक न सुन ले तो उसने फिर से प्रियांगी का मुंह दबाया और गुड्डू ने पीछे से प्रियांगी को पकड़ लिया। इसी दौरान प्रियांगी की मौत हो गई।

आफिस में ही रखा था क्रिकेट बैग

प्रियांगी की मौत के बाद दोनों परेशान हो गए और लाश ठिकाने लगाने के बारे में प्लान करने लगे। वह कई बार तिलियापुर से आफिस और आफिस से तिलियापुर गए। इमरान के आफिस में ही क्रिकेट बैग रखा हुआ था जिसमें पुरानी दरी रखी हुई थी। इसी बैग में दोनों ने डेडबॉडी को बंद कर दिया। फिर तिलियापुर से भांजे को स्टेशन छोड़ने के बहाने आजाद का आटो लेने गए। आजाद ने साथ जाने से मना किया लेकिन आटो दे दिया। यहां से इमरान का भाई बाइक पर बैठकर आया और इमरान आटो में भांजे के साथ आया। यहां पर आटो में दोनों ने बॉडी को रखा। सलमान बाइक से लैपटाप लेकर चला गया। रास्ते में स्टेशन रोड भांजे को भी उतार दिया। फिर डाकखाना के पास गुडडू आटो में सवार हो गया। फिर दोनों ने बिलवा के पास प्रियांगी की डेडबॉडी को जमीन में गाड़ दिया।

अलग-अलग बोरी में भरी स्कूटी

उसी दिन शाम को दोनों प्रियांगी की स्कूटी लेकर गए। दोनों ने स्कूटी के पहले से ही टुकड़े कर लिए थे। स्कूटी को अलग-अलग बोरियों में भरकर बिलवा के आगे वीरपुर गांव के पास मिट्टी में दवा दिया। यही नहीं यहां से कुछ दूरी पर बैग, पर्स और एटीएम को जला दिया। इमरान ने प्रियांगी के मोबाइल को किला पुल से नदी में फेंक दिया। पुलिस ने मोबाइल की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला।

इमरान की पत्‍‌नी की डायरी में मिले राज

पुलिस को इमरान की निशानदेही पर एक डायरी भी मिली है। इस डायरी को इमरान की पत्‍‌नी ने लिखा है। इस डायरी में उसने लिखा है कि प्रियांगी का इमरान से रिलेशन है। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते हैं। यह डायरी पुलिस के लिए अहम सबूत भी है।