मिर्जापुर (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोनभद्र हत्याकांड पीड़ितों से मिलने जा रहीं थी लेकिन नारायणपुर में उनके काफिले को रोक दिया गया। बता दें कि उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के मुर्तिया गांव में जमीन के विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी, प्रियंका उन्हीं के परिवार वालों से मिलने के लिए जा रही थीं। सबसे पहले प्रियंका शुक्रवार सुबह वाराणसी पहुंची, इसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ट्रामा सेंटर में भर्ती घायलों से मिलीं। फिर, जब वह सोनभद्र की ओर रवाना हुईं तो उनके काफिले को मिर्जापुर सीमा पर नारायणपुर में रोक लिया गया। पीड़ित परिवारों से मिलने से रोके जाने पर प्रियंका बीच सड़क पर ही नारायणपुर में धरने पर बैठ गईं, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया और सरकारी गाड़ी में बैठाकर चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया।

#SareeTwitter बना ट्रेंड, Priyanka Gandhi से लेकर इजरायल की अडवा तक ने शेयर की साड़ी में ये खूबसूरत तस्वीरें

सिर्फ चार लोगों के साथ जाना चाहती थीं प्रियंका

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि ये लोग मुझे कहां ले जा रहे हैं। हम कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं।' गांधी ने अधिकारियों से पूछा कि उन्हें सोनभद्र जाने से रोकने के लिए का क्या उनके पास लिखित आदेश है? उन्होंने कहा, 'मैं सिर्फ पीड़ितों के परिवारों से मिलना चाहती हूं। अगर प्रशासन का संकट है तो मैं केवल चार लोगों के साथ जाने के लिए तैयार हूं। फिर भी जिला प्रशासन हमें वहां जाने की अनुमति नहीं दे रहा है।' हालांकि, पुलिस ने प्रियंका को हिरासत में लेने वाली बात से साफ इनकार कर दिया। बता दें कि बुधवार को सोनभद्र जिले में एक जमीन विवाद को लेकर गोंड और गुर्जर समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें तीन महिलाओं सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 24 से अधिक घायल हो गए।

National News inextlive from India News Desk