सैकड़ों रूस समर्थक कार्यकर्ता क्राईमिया के सेवास्तोपोल शहर में यूक्रेन के नौसैनिक अड्डे में घुस गए हैं. क्षेत्र में यूक्रेन के नौसैनिक मुख्यालय की इमारत पर रूसी झंडे लहरा रहे हैं.

सोमवार को क्राईमिया के नेताओं ने एक संधि पर हस्ताक्षर कर रूस में शामिल होने का फैसला किया है.

इससे पहले रविवार को क्राईमिया में हुए एक विवादस्पद जनमत संग्रह में तक़रीबन 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने यूक्रेन से अलग हो कर रूस में शामिल होने के पक्ष में मतदान किया.

यूक्रेन, यूरोपीय संघ और अमरीका ने कहा है कि वो क्राईमिया को रूस में शामिल होने के क़दम को मान्यता नहीं देंगे.

यूक्रेन के प्रथम प्रधानमंत्री विताली यारेमा और कार्यवाहक रक्षा मंत्री इहोर तेन्युक क्राईमिया के लिए रवाना हो चुके हैं ताकि वहां सशस्त्र संघर्ष की संभावना को टाला जा सके.

तनाव

यूक्रेन की नौसेना के प्रवक्ता ने बताया है कि लगभग दो सौ लोग नौसेना मुख्यालय में दाखिल हुए. उनके पास किसी तरह के हथियार नहीं हैं और कोई गोली भी नहीं चली है.

उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सरकार ने क्राईमिया में मौजूद अपनी सेना को आत्मरक्षा में बल प्रयोग का अधिकार दिया हुआ है 'लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं और न ही ऐसा करेंगे.'

सोमवार को अमरीका और यूरोपीय संघ ने रूस और यूक्रेन के कई अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए और उन पर क्राईमिया में चल रही रूस की गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए.

यूक्रेन का संकट पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ जब रूस समर्थक माने जाने वाले राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने यूरोपीय संघ के साथ सहयोग समझौते को ठुकरा कर रूस के साथ समझौते को प्राथमिकता दी.

इसके बाद देश भर में व्यापक प्रदर्शन हुए जिनके दौरान 80 से ज्यादा लोग मारे गए. गहराते तनाव के बीच यानुकोविच 22 फरवरी को यूक्रेन से चले गए.

इसके बाद रूसी बलों ने क्राईमिया को अपने नियंत्रण में ले लिया. क्राईमिया 1954 से यूक्रेन का हिस्सा रहा है, लेकिन वहां रहने वाली ज़्यादातर आबादी रूसी मूल की है.

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