निगम बस, न सिटी बस
यूपी रोडवेज के पहिए स्ट्राइक के चलते रोड पर नहीं चले। इसकी वजह से निगम को सिर्फ आगरा में 50 लाख रुपये की चोट मिली है। वहीं, सिटी बस की सर्विस ठप रहने से छह लाख रुपये की मार और झेलनी पड़ी। आगराइट्स को भी कुछ कम नहीं झेलना पड़ा उन्हें अपना सफर पैदल या ऑटो-रिक्शा से तय करना पड़ा।

200 करोड़ का बिजनेस घाटा
दो दिन चलने वाली ऑल इंडिया स्ट्राइक के चलते वेडनसडे को बैंक को 200 करोड़ रुपये के बिजनेस का घाटा झेलना पड़ा। इसके चलते अन्य सभी कारोबारों में भी घाटे सहना पड़ा। सेविंग मनी, मनी ट्रांजेक्शन, पॉलिसी, चेक वर्क आदि सर्विस बैंक में नहीं मिल सकीं। माना जा रहा है कि आज होने वाली हड़ताल की वजह से बिजनेस घाटे का यह आंकड़ा 500 करोड़ रुपये छू लेगा। दूसरी ओर दूर संचार के साथ पोस्टल डिपार्टमेंट पर भी स्ट्राइक का असर देखने को मिला। देश भर में बिजनेस को घाटे का यह आंकड़ा दो अरब रुपए बताया जा रहा है।

जगह-जगह प्रदर्शन

हड़ताल की मार कारोबार तक ही सीमित नहीं। ट्रेड यूनियन के सपोर्ट में उतरे गवर्नमेंट इंप्लाईज ने जगह-जगह प्रदर्शन भी किया। इस क्रम में ओरियेंटल बैंक ऑफ कॉमर्स संजय प्लेस पर ऑफिसर्स और इंप्लाईज ने धरना दिया। वहीं प्रदर्शन की आग अन्य जगहों पर भी देखने को मिली।

तो जेब से लग जाएगा
एक तरफ स्ट्राइक की मार, दूसरी ओर यूपी रोडवेज महाकुंभ के चलते भी लंबे घाटे की ओर जा रहा है। हालांकि महाकुंभ में होने वाले घाटे को रोडवेज के ऑफिसर्स शो नहीं कर रहे, लेकिन अनुमान है कि यह 10 करोड़ से अधिक रहा है। कमर्शियल डिपार्टमेंट के सीनियर ऑफिसर्स का कहना है कि फरवरी की वजह से घाटे का ग्राफ बढ़ रहा है।

रिक्शे-ऑटो की रही चांदी
रोड पर बस न चलने से ऑटो-रिक्शा चालकों की बल्ले-बल्ले हो गई। एमजी रोड पर रिक्शा ड्राइवर्स ने पैसेंजर्स से मनचाहा किराया वसूला। वहीं ऑटो ने भी अन्य रूट पर कोई कसर न छोड़ी। उधर आरटीओ-निगम की प्राइवेट बस पहल में भी पैसेंजर को जमकर चूना लगा। करीब सिटी रोड पर 100 प्राइवेट बस उतारी गई थीं जो आज भी पैसेंजर को इधर से उधर जर्नी कराएंगी।

आगरा सिटी
निगम बसों से आमदनी - पचास लाख रुपये पर डे
जेनर्म बसों से आमदनी - पांच लाख रुपये पर डे
ऑल यूपी
निगम बसों से आमदनी - साढ़े सात करोड़ रुपये पर डे
जेनर्म बसों से आमदनी - 47 लाख रुपये पर डे
 
- स्ट्राइक के चलते सिटी बस बंद हैं। इसकी जगह प्राइवेट बस सर्विस की व्यवस्था आरटीओ ने की है।
-अनिल कुमार, एसएम रोडवेज


 -  कई पहलुओं पर यूनियन ने गवर्नमेंट से मांग की है। स्ट्राइक आज भी जारी रहेगी।
-एमएम राय, वाइस प्रेसीडेंट
 ऑल इंडिया बैंक इप्लाई यूनियन