-मॉनसून आते ही सिटी के लोगों की परेशानी बढ़ी

-सिटी के डिफरेंट एरियाज में रोड पर गड्ढे होने और पानी जमा होने से है परेशानी

-फ्राइडे को सोनारी में गड्ढे में भरे पानी में डूबकर एक बच्चे की हो गई थी मौत

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल फ्राइडे को सोनारी थाना के दोमुहानी एरिया में पानी से भरे गड्ढे में 5 साल के कुट्टू की गिरने से मौत हो गई। कई सवाल उठे, गड्ढा करने वालों पर, कारणों पर और बारिश के मौसम में होने वाली परेशानियों पर। इस घटना के बाद हमने सैटरडे को सिटी के डिफरेंट एरियाज में बारिश के बाद की स्थिति का जायजा लिया। हमें कई एरियाज में रोड पर गड्ढे दिखे और लोग परेशान। तो क्या, मॉनसून बारिश के साथ ही सिटी में रह रहे लोगों के लिए आफत भी लेकर आया है? ऐसा कुछ है शायद।

कहीं रोड के किनारे तो कहीं बीच सड़क पर गड्ढे

सिटी के डिफरेंट एरियाज में बारिश का मौसम आते ही रोड की स्थिति बहुत खराब हो चली है। स्थिति यह है कि कहीं रोड के किनारे गड्ढे हैं तो कहीं बीच रोड पर ही बड़ा गड्ढा है। बड़ी बात यह है कि ये गड्ढे पिछले काफी समय से वैसी ही स्थिति में हैं पर उसे सही करने वाला कोई नहीं। कदमा स्थित भाटिया बस्ती हो या ओल्ड पुरुलिया रोड। आमबगान हो या गुरुद्वारा बस्ती। सोनारी हो या परसुडीह, हर जगह लोग परेशान दिखे।

मॉनसून स्टार्ट होते ही होने लगती है खुदाई

हद तो यह है कि मॉनसून आने के बाद जहां रोड कंस्ट्रक्शन और दूसरे इस तरह के काम रोक दिए जाते हैं। वहीं सिटी में इन कामों के लिए मॉनसून का ही वेट किया जाता है। सिटी में मॉनसून का आगमन हो चुका है, पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है और इसी दौरान कई जगहों पर रोड कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। स्थिति यह है कि बीच सड़क पर बने गड्ढे में पानी भरा हुआ है और ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

नहीं है कोई चिंता

मानगो के सभी घरों में भले ही ड्रिंकिंग वाटर प्रोजेक्ट का पाइपलाइन ना दिखता हो, पर जगह-जगह पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदे गए छोटे-बड़े गढ्डे जरूर दिख जाते हैं। बारिश की वजह से ये गढ्डे खतरनाक हो गए हैं। ओल्ड पुरुलिया रोड में कुछ जगहों पर तो सड़क के किनारे चार से पांच फीट गहरे गढ्डे हैं। ये गढ्डे रोड के इतने पास बने हैं कि बरसात में पानी भर जाने पर रोड और गढ्डे में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि कुछ गढ्डे तो पिछले एक साल से जस की तस हैं, पर उन्हें भरा नहीं जा रहा है। बरसात के दिन में गढ्डे थोड़ी सी भी असावधानी पर बड़े एक्सीडेंट की वजह बन सकते हैं।

ये कैसी लापरवाही

कदमा भाटिया बस्ती में ईसीसी फ्लैट्स के पास रोड पर गढ्डा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये गढ्डा पिछले करीब एक महीने बना हुआ है, लेकिन इसे रिपेयर नहीं किया जा रहा है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि दो-तीन पहले इस गढ्डे की वजह से एक बाइक का एक्सीडेंट भी हुआ था। बारिश होने पर ये सड़क पर बने ऐसे गढ्डे इस तरह की कई एक्सीडेंट्स की वजह बनते हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई सर्तकता नहीं बरती जा रही है।

क्या ये सही वक्त है?

ओल्ड पुरुलिया रोड बनाने का काम तेजी से चल रहा है। मौजूदा सड़क के दोनों तरफ खुदाई कर रोड को चौड़ा किया जा रहा है, लेकिन बरसात के दौरान ये काम राहगीरों के लिए बड़ी प्रॉब्लम पैदा कर रहा है। रोड के लिए खोदे गए गढ्डों में पानी भरने की वजह से एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।

संभाल के रखना कदम

सिटी में कुछ इलाके ऐसे हैं जहां बरसात के दिनों में कदम उठाने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हाल रिफ्यूजी कॉलोनी का भी है। मुहल्ले में हर तरफ छोटे-बड़े गढ्डे बने हैं। बारिश होने पर हर तरफ पानी होता है और इस दौरान सड़क और गढ्डों के बीच फर्क करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अक्सर किसी ना किसी एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।

बरसात को देखते हुए साफ-सफाई का काम चल रहा है। पाइपलाइन बिछाने के लिए जो गढ्डे खोदे गए हैं, जिन्हें भरने की जिम्मेदारी जुस्को की है।

-जेपी यादव, स्पेशल ऑफिसर, एमएनएसी

रोड पर बने गढ्डों की वजह से बरसात में काफी प्रॉब्लम हो रही है। पानी भर जाने पर रोड और गढ्डे में फर्क करना मुश्किल हो जाता है।

-गुरशरण सिंह, मानगो

सड़क बनाने के लिए रोड के दोनो तरफ खुदाई की गई है। बारिश होने पर इनमें पानी भर जाता है। थोड़ी सी असावधानी होने पर भी किसी एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।

-संतोष कुमार, ओल्ड पुरुलिया रोड

बरसात से पहले गढ्डों की मरम्मत की जानी चाहिए, लेकिन यहां ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है। कई जगहों पर गढ्डे खुले पड़े हैं। बरसात में इसकी वजह से काफी प्रॉब्लम होती है।

-अनिल गुप्ता, मानगो

हर तरफ छोटे-बड़े गढ्डे मौजूद हैं। बरसात के दिन में ये और खतरनाक हो जाते हैं। गड्ढों की वजह से आने-जाने वाले लोगों को काफी प्रॉब्लम हो रही है।

-अफजल हुसैन, मानगो