-बारिश से लगता है डर, रात-भर नहीं आती नींद

-काशीडीह-9 बगान एरिया में बारिश होते ही ओवरफ्लो होने लगता है नाला

-मुहल्ले में तीन से चार फूट तक भर जाता है पानी

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल बारिश शुरू होते ही चिंता बढ़ने लगती है, रात भर नींद नहीं आती, डर लगता है घर में कहीं पानी ना घुस आए। बरसात के मौसम में काशीडीह-9 बगान एरिया की रहने वाली सृष्टि दिलावरी का हर दिन इसी डर के साथ गुजरता है। सिर्फ वो ही नहीं इलाके में रहने वाले ज्यादातर लोग कुछ इसी तरह के डर के साथ जीने को मजबूर हैं। हल्की सी बारिश होने पर भी मुहल्ले के पास से होकर गुजरने वाले नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुसने लगता है। ऐसे में पूरी बरसात लोगों को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।

बारिश के डर से नहीं आती नींद

काशीडीह-9 बगान के निवासियों के लिए बरसात का मौसम मुसीबत बनकर आता है। मुहल्ले के रहने वाले मनोज दिलावरी ने बताया कि हल्की सी बारिश होने पर भी नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुसने लगता है। रोड के साथ-साथ घरों में भी तीन से चार फुट तक पानी भर जाता है। स्थानीय निवासी दीपक के कहना है कि पानी भर जाने पर स्थिति ऐसी हो जाती है कि न कोई घर से बाहर निकल पाता है और कोई व्यक्ति अगर घर से बाहर गया हुआ हो तो पानी निकलने तक उसका घर आना मुश्किल हो जाता है।

होती हैं कई परेशानियां

इलाके में वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम इतनी गंभीर है कि लोगों को हर वक्त डर बना रहता है। अपना प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाली सोनम कुमारी ने कहा कि रात में भी अगर बारिश होती है, तो घर से उठकर यहां आना पड़ता है। सृष्टि दिलावरी ने बताया कि घर में पानी घुसने की वजह से ज्यादातर सामान ऊपर के फ्लोर पर रखना पड़ता है। ऐसे में अगर फ्रीज से पानी भी लेना हो, तो बार-बार ग्राउंड फ्लोर से ऊपर जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वाटर लॉगिंग की वजह से बीमारियों का सिलसिला भी हमेशा जारी रहता है।

प्रॉब्लम बरकरार है

काशीडीह बगान के साथ-साथ आस-पास के कई एरियाज में वाटर लॉगिंग की वजह से प्रॉब्लम होती है। गुरुद्वारा बस्ती, काशीडीह बगान, नेहरू नगर, पटेल नगर, कल्याण नगर जैसे एरियाज से होकर गुजरने वाले इस नाले का पानी ओवरफ्लो होने से कई जगहों पर वाटर लॉगिंग होता है। स्थानीय लोगों ने बताया कुछ दिनों पहले नाले की सफाई भी की गई थी। इसके बावजूद प्रॉब्लम बरकरार है। जेएनएसी के सैनिटरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि नाले की सफाई जुस्को करती है, लेकिन नाले के आस-पास एन्क्रॉचमेंट इतना ज्यादा है कि सफाई में भी प्रॉब्लम होती है।

बरसात के दिनों में हर साल वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम होती है। नाले का पानी घरों में घुस जाता है।

सृष्टि दिलावरी

बारिश होने पर मुहल्ले में तीन से चार फुट पानी भर जाता है। इस दौरान कितना भी जरूरी काम हो घर से निकलना पॉसिबल नहीं होता।

नाथूलाल अग्रवाल

वाटर लॉगिंग की वजह से काफी परेशानी होती है। हल्की सी बरसात होने पर भी नाले का पानी घर में घुस जाता है।

मनोज दिलावरी

बरसात के मौसम में हमारी परेशानी काफी बढ़ जाती है। बारिश होने पर हाल ऐसा हो जाता है कि घर से निकलना मुश्किल हो जाता है।

दीपक

बारिश होने पर हमेशा डर लगा रहता है। रात में बारिश हो तो मुझे अपने ऑफिस में आकर देखना पड़ता है कि कहीं पानी तो नहीं घुस गया।

सोनम कुमारी