- विश्वनाथ मंदिर में शिवरात्रि को आने वाली भीड़ को देखते हुए अभी से शुरू कर दी गई है बैरिकेडिंग

-बैरिकेडिंग के कारण ठप हुई गोदौलिया से लेकर चौक तक के दुकानदारों की दुकानदारी

VARANASI : आजकल गोदौलिया से लेकर चौक तक के बीच के दुकानदारों की अलग ही पीड़ा है। ये पीड़ा फिलहाल दस दिनों की है। हर दुकानदार ये सोच रहा है कि कैसे शिवरात्रि बीते और उनका धंधा चंगा हो जाये। आप सोच रहे होंगे कि शिवरात्रि और दुकानदारी से क्या लेना देना। अरे जनाब लेना-देना है क्योंकि इस बार शिवरात्रि से बहुत पहले ही इस इलाके के दुकानदारों को कटघरे में घेर दिया गया है। ये कटघरा और कुछ नहीं इन इलाकों में शिवरात्रि के लिए की गई बैरिकेडिंग है। हर बार शिवरात्रि से दो दिन पहले बैरिकेडिंग होती थी लेकिन इस बार शिवरात्रि से दस दिन पहले से ही बैरिकेडिंग स्टार्ट कर दी गई है। इसका असर इस इलाकों में जाम का झाम तो हो ही रहा है साथ ही साथ इस रूट पर पड़ने वाली दुकानों में कस्टमर्स की एंट्री होने में भी परेशानी हो रही है।

एक छोर हुआ ब्लॉक

ख्7 फरवरी को शिवरात्रि है। इस बार अंदाजा है कि शिवरात्रि पर दस लाख दर्शनार्थी बाबा दरबार में मत्था टेकेंगे। इसे देखते हुए ही प्रशासन ने तैयारियां पहले से शुरू कर दी हैं। पीडब्ल्यूडी के ऑफिसर्स के मुताबिक बैरिकेडिंग का काम दस दिन पहले शुरू इसलिए किया गया है ताकि काम समय से पूरा हो जाए। वहीं वक्त से बहुत पहले हो रही इस बैरिकेडिंग के कारण गोदौलया चौराहे से लेकर चौक थाने तक एक छोर की दुकान अभी से ही ब्लॉक होने लगी हैं। इस वजह से दुकानदारों को रोजी का संकट सताने लगा है। ज्ञानवापी पर कपड़ों की दुकान चलाने वाले शुभम बताते हैं कि काम तो क्7 फरवरी से शुरू हुआ लेकिन बल्लियां इससे भी दो दिन पहले लाकर रख दी गई। ठीक दुकान के आगे बल्ली रख देने से कस्टमर दुकान में आने से बच रहे हैं।

अभी एक मार्च तक दिक्कत

शिवरात्रि को लेकर गोदौलिया से चौक तक की गई बैरिकेडिंग से अभी तो जो परेशानी हो रही है वो तो है ही लेकिन ये परेशानी अभी खत्म होने वाली नहीं है। ख्7 मार्च को शिवरात्रि बीत जाने के बाद कम से कम दो दिन तक बैरिकेडिंग हटती है और इसलिए बैरिकेडिंग के कारण हो रही परेशानी एक मार्च तक रहने की संभावना है।

भीड़ को काबू करने की तैयारी

- पिछले साल की तुलना में इस साल शिवरात्रि पर ज्यादा दर्शनार्थियों के आने की है संभावना

- पिछले साल लगभग छह से सात लाख लोगों ने किया था दर्शन

- इस साल दस लाख से ऊपर की भीड़ आने का है अनुमान

- इसी को ध्यान में रखते हुए पहले से ही की जा रही है बैरिकेडिंग

- गोदौलिया पर भीड़ ज्यादा होने पर बैरिकेडिंग में लगे लोगों को दशाश्वमेध से लगानी पड़ सकती है लाइन

बैरिकेडिंग ने किया नर्क

- बैरिकेडिंग के कारण बढ़ गई है चौक से गोदौलिया तक के लोगों की मुसीबत

- पहले से हुई बैरिकेडिंग के कारण बांसफाटक पर लग रहा है हर पल जाम

- गोदौलिया से लेकर चौक तक की दुकानों पर पड़ा बैरिकेडिंग से असर

- कई दुकानों के आगे पड़ी हुई हैं बल्लियां

- ख्ख् लाख रुपये खर्च कर गोदौलिया से चौक तक कराई जा रही है बैरिकेडिंग

- बैरिकेडिंग के कारण सुबह-शाम ट्रैफिक का हो रहा है बुरा हाल

'ये ठीक नहीं है। व्यवस्था करनी है तो ऐसी करें जिससे किसी को परेशानी न हो। शिवरात्रि से इतनी पहले बैरिकेडिंग कर प्रशासन ने रोजी का संकट पैदा कर दिया है'।

-जय प्रकाश, बांसफाटक

'बैरिकेडिंग करने से पहले प्रशासन को व्यापारियों संग बातचीत कर लेनी चाहिए थी। इससे हर व्यापारी आने वाली दिक्कत के लिए तैयार रहता लेकिन इससे परेशानी बढ़ गई है'।

-आशुतोष अग्रवाल, ज्ञानवापी

'प्रशासन सिर्फ व्यापारियों को परेशान करता है। इतनी जल्दी बैरिकेडिंग का कोई मतलब नहीं था। इसके बाद भी जानबूझ कर पहले से रास्ता ब्लॉक कर व्यापारियों को तंग किया जा रहा है'।

-राजेश सेठ, चौक

'बैरिकेडिंग पब्लिक के लिए है लेकिन पब्लिक अभी है कहां? इतने पहले से ही बांस-बल्ली गाड़ दी गई है। प्रशासन को दुकानदारों को ध्यान रखना चाहिए था'।

-अभय खरवार, गोदौलिया