देवोत्थानी एकादशी पर लोगों ने रखे व्रत, गन्ने और सिंघाड़े का किया सेवन

निकाली गई शोभायात्रा, लोगों ने घरों पर भी जलाए दीए

ALLAHABAD: कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी गुरुवार को भगवान शालिग्राम व तुलसी के विवाह का आयोजन किया गया। शोभायात्रा भी निकाली गई।

श्री आनंद बिहारी जी महाराज राधा कृष्ण मंदिर से शोभायात्रा दोपहर तीन बजे निकली। पाइप बैंड व डीजे की धुन पर बजते 'दुल्हा के रंग आसमानी, लली के रंग बादामी' जैसे भक्ति गीत पर बाराती नाचते गाते चले। मुख्य बाराती आवास एवं शहरी नियोजन विभाग उप्र के सलाहकार अरुण कुमार सिंह व आईपीएस जुगल किशोर तिवारी रहे।

शोभायात्रा के आगे हाथी, घोड़े चल रहे थे। रास्ते में लोगों ने भगवान शालिग्राम की मूर्ति पर पुष्प वर्षा की। शोभायात्रा मंदिर से शाहगंज इलेक्ट्रॉनिक मार्केट, जानसेनगंज चौराहा, हीवेट रोड, अग्रसेन चौराहा, घंटाघर चौराहा से जानसेनगंज, कोतवाली, ठठेरी बाजार व सब्जी मंडी होते हुए वापस मंदिर पहुंची। मंदिर में पुजारी पं। दिगम्बर त्रिपाठी ने भगवान शालिग्राम की मूर्ति और गमले में लगे तुलसी के पौधे का द्वाराचार व परछन कर पूजन किया। वैदिक मंत्रोच्चार और महिलाओं की मंगलध्वनि के बीच भगवान शालिग्राम व तुलसी का विवाह हुआ। इस मौके पर ओंकार नाथ त्रिपाठी, वेणीमाधव पांडेय, मुरारी लाल अग्रवाल, डॉ। रमा सिंह, पदुम जायसवाल, पुनीत वर्मा आदि मौजूद रहे।

छोटी दिवाली का नजारा

शहर में कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी पर छोटी दिवाली का नजारा दिखा। संगम नोज से किला घाट, गऊघाट, बलुआघाट बारादरी व दशाश्वमेध घाट पर दीपदान किया गया। बाबा समाज सेवी संस्थान के अध्यक्ष सतीश केशरवानी की अगुवाई में पदाधिकारियों ने गऊघाट पर 501 दीपदान किया तो नमामि गंगे समिति ने सरस्वती घाट पर दीपदान किया। घरों में भी मुख्य द्वार पर दीपक जलाया गया। लोगों ने भगवान विष्णु का पूजन-अर्चन कर प्रसाद के रुप में गन्ना व सिंघाड़ा ग्रहण किया।