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LUCKNOW : आईएसआई की महिला एजेंट को संवेदनशील जानकारी देते रंगे हाथ पकड़ा गया बीएसएफ जवान अच्युतानंद पढ़ाई में बेहद ही फिसड्डी था। यह खुलासा तब हुआ जब यूपी एटीएस ने उसकी कुंडली खंगालनी शुरू की। इतना ही नहीं, एटीएस अब उसके व करीबियों के बैंक खातों की भी जांच कर रही है। साथ ही उसके द्वारा अब तक भेजी गई जानकारियों की भी पड़ताल शुरू कर दी गई है।

हाईस्कूल में दो बार फेल हुआ

आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसा बीएसएफ जवान हाईस्कूल में दो बार फेल हुआ था। उसके इतिहास को खंगालने के दौरान यह जानकारी हाथ लगी है। बताया गया कि वर्ष 2000 में आखिरकार अच्युतानंद ने प्राइवेट हाईस्कूल की परीक्षा दी। जिसमें वह किसी तरह पास हुआ। इसके बाद वह खेती करने लगा और बीएसएफ की भर्ती देखता रहा। वर्ष 2006 में लास्ट अटेंप्ट में अच्युतानंद बीएसएफ में भर्ती होने में सफल रहा।

रंगीन मिजाज होने के मिले प्रमाण

आईजी असीम अरुण ने बताया कि अब तक की पड़ताल में पता चला है कि आरोपी अच्युतानंद बेहद रंगीन मिजाज का है। वह पढ़ाई के दौरान ही नशीले पदार्थों गांजा, शराब आदि का सेवन करता था। इतना ही नहीं वह कॉल गल्र्स के भी संपर्क में रहता था। इस दौरान उस पर कई बार छेड़खानी के भी आरोप लगे। बताया गया कि आरोपी अच्युतानंद के पिता बीएसएफ से जबकि उसके ससुर सेना से रिटायर्ड हैं। वहीं उसका भाई मध्य प्रदेश पुलिस में कार्यरत है।

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