- गोस्वामी तुलसीदास जयंती पर विविध कार्यक्रमों का हुआ आयोजन -तुलसीघाट पर हुई संगोष्ठी में विद्वतजनों ने रखे विचार

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गोस्वामी तुलसीदास की जयंती के मौके पर बुधवार को विविध कार्यक्रम हुए। तुलसीघाट स्थित अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास केतत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो। विश्वंभरनाथ मिश्र ने कहा कि काशी का विकास आध्यात्मिक व पारंपरिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर करना जरूरी है। मानस की प्रासंगिकता आज भी है और मानस में सभी समस्याओं का समाधान है। संगोष्ठी में प्रो। देवव्रत चौबे, डॉ उपेंद्र त्रिपाठी, डॉ राजेश्वर आचार्य ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान जयप्रकाश मिश्र रचित बाल हनुमान का विमोचन किया गया। संचालन बीएचयू हिंदी विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो। श्रीनिवास पांडेय ने किया। इस मौके पर डॉ। रामअवतार पांडेय, केके पांडेय व गिरीश चंद्र पांडेय ने विचार व्यक्त किए।

किया गया दुग्धाभिषेक

दुर्गाकुंड स्थित तुलसी मानस मंदिर में सायंकाल मंदिर के मैनेजिंग ट्रस्टी मधुसूदन सुरेका की देखरेख में

गोस्वामी तुलसीदास प्रतिमा का

दुग्धाभिषेक कर विशेषार्चन किया गया। श्रृंगार के साथ ही आरती उतारी गई। इस दौरान प्रदीप भारती, शिवजी सिंह व त्रिलोचन शास्त्री आदि थे। डुमरावबाग कालोनी स्थित सुमेरू पीठ मठ में सुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती की अध्यक्षता में तुलसी जयंती मनाई गई।

जन कल्याण परिषद के तत्वावधान में लहुराबीर स्थित गंगा सभागार में गोस्वामी तुलसीदास की जयंती पर सुंदर कांड का पाठ किया गया।