इन पर लगाए जा रहे आरोप
एनआईटी के स्पोक्सपर्सन ने जिन फैकल्टी मेंबर्स पर मैनेजमेंट को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है कि कुछ और फैकल्टी मेंबर्स एक तरफ तो स्टूडेंट्स के गार्जियंस से मिलकर उन्हें एनआईटी के खिलाफ कोर्ट जाने और जांच की मांग करने को कहते हैं। दूसरी तरफ ये मैनेजमेंट पर प्रेशर बनाते हैं कि अगर उन्हें प्रमोशन या दूसरे तरह का बेनिफिट दिया जाए तो गार्जियंस को समझा देंगे।

कहने को बनाई जाती है कमिटी, नहीं आती है रिपोर्ट
17 फरवरी को एनआईटी इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स सेकेंड इयर की स्टूडेंट निमिता कुमारी की बॉडी हॉस्टल के कमरे में मिली थी। निमिता की मौत की जांच के लिए एनआईटी मैनेजमेंट ने 12 मेंबर्स की एक कमिटी बनाई थी। इस कमिटी के हेड थे एसबीएल सक्सेसना। उनके अलावा इस टीम में सभी डीन को शामिल किया गया था। इस कमिटी को तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपनी थी पर अभी तक रिपोर्ट नहीं आई। इस बारे में एनआईटी मैनेजमेंट भी कुछ बोलने को तैयार नहीं।

सौंपी गयी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
निमिता का पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंप दिया गया है। आरआईटी के थाना इंचार्ज आरपी सिन्हा ने कहा कि रिपोर्ट में निमिता की मौत का कारण हैंगिंग बताया गया है। संडे को पोस्टमार्टम रिपोर्ट की डिटेल जानने के लिए निमिता के भाई सुमित हजारीबाग से आरआईटी थाना पहुंचे। रिपोर्ट की कॉपी लेने के बाद वे वापस चले गए।

एनआईटी के ही कुछ फैकल्टी मेंबर्स फायदे के लिए इंस्टीट्यूट को बदनाम कर रहे हैं। स्टूडेंट्स की मौत के बाद वे उनके पैरेंट्स से मिलकर अपने फायदे के लिए एनआईटी मैनेजमेंट पर प्रेशर बनाते हैं।
- प्रो मलय नीरज, स्पोक्सपर्सन, एनआईटी

Report by: amit.choudhary@inext.co.in

National News inextlive from India News Desk