- प्रापर्टी डीलर का ग्वारी चौराहे से किया था पिस्टल के बल पर अपहरण

- स्कार्पियो से दो घंटे तक शहीद पथ पर घूमाते रहे बदमाश

- 7 लाख रुपये के देनदारी का मामला, चलती गाड़ी में कराई लिखा-पढ़ी

LUCKNOW: प्रापर्टी डीलर का पिस्टल के दम पर अपहरण करने वाले हिस्ट्रीशीटर समेत पांच बदमाशों को गोमती नगर पुलिस ने धर दबोचा। गोमती नगर से हिस्ट्रीशीटर ने अपने साथियों और गनर के साथ रुपयों के लेन-देन के विवाद में प्रापर्टी डीलर का किडनैप किया था। दो घंटे तक स्कार्पियो गाड़ी में घुमाने के दौरान उसने फर्जी लिखा-पढ़ी भी करा ली थी। किडनैप की सूचना पर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर उसके गनर और साथियों को गिरफ्तार किया है।

सात लाख रुपये का विवाद था

गोमती नगर विनयखंड तीन में रहने वाले ललित कुमार वर्मा प्रापर्टी डीलर है। मकदूमपुर निवासी विकास यादव से उसका सात लाख रुपये के लेन-देन का विवाद था। इंस्पेक्टर गोमती नगर आनंद शुक्ला ने बताया कि ललित प्रापर्टी का काम करते थे और विकास यादव हिस्ट्रीशीटर है। उसने ललित से एक प्रापर्टी के लिए सात लाख रुपये लिए थे। जिसे वह वापस नहीं कर रहा था। पैसे के लिए ललित लगातार दबाव बना रहा था।

वापस न करने के लिए धमकी दी

हिस्ट्रीशीटर विकास यादव ने पैसों का विवाद निपटाने का प्लान बनाया। जिसमें उसने ठाकुरगंज निवासी दीपक मिश्रा, सरोजनी नगर निवासी विवेक सिंह, अमित उर्फ पप्पू शुक्ला और गोमती नगर विस्तार निवासी धर्मेद्र कनौजिया के साथ शनिवार रात ग्वारी चौराहे से ललित को किडनैप कर लिया। बदमाशों ने पिस्टल के बल पर ग्वारी चौराहे पर उसे अपनी स्कार्पियो में जबरन बैठा लिया। आस-पास के लोगों ने इसकी सूचना गोमती नगर पुलिस को दी।

दो घंटे तक गाड़ी में घुमाते रहे बदमाश

गोमती नगर पुलिस के अनुसार किडनैप करने के बाद बदमाश ललित को दो घंटे तक गाड़ी में शहीद पथ के आस-पास घुमाते रहे। इस दौरान उन लोगों ने ललित से जबरन सात लाख रुपये वापसी केलिए स्टांप पेपर पर लिखा-पढ़ी भी कराई। पिस्टल की नोक पर ललित ने मजबूरी में उनके कहने पर लिखा पढ़ी की। इस दौरान गोमती नगर पुलिस ने घेराबंदी कर स्कार्पियो को घेर लिया और बदमाशों को रंगेहाथ दबोच लिया। गोमती नगर पुलिस ने उनके पास से लूट का एक मोबाइल फोन, दो लाइसेंसी रिवाल्वर और स्कार्पियो गाड़ी बरामद की।

25 हजार रुपये देता था गनर को

इंस्पेक्टर आनंद शुक्ला ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में दो युवक ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विकास यादव के गनर हैं। विकास गोमती नगर का हिस्ट्रीशीटर है। उसने लाइसेंसी रिवाल्वर वाले दो गनर अपनी सुरक्षा के लिए रखे थे। उन्हें वह 25-25 हजार रुपये महीना वेतन भी देता था।