- सीएम आवास कूच के दौरान आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच हुई नोंक-झोंक

- सरकार की तरफ से हफ्तेभर में मांगों पर मंथन का मिला भरोसा

>DEHRADUN: अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने ट्यूजडे को सीएम आवास कूच किया। कूच के दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस से नोंक-झोंक भी हुई। लेकिन सीएम आवास पर आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के साथ करीब एक घंटे तक वार्ता हुई। सीएम के मीडिया सलाहकार ने सीएम तक बात पहुंचाई और निर्णय लिया गया कि सप्ताहभर के अंदर आंदोलनकारियों को उनकी समस्याओं के लिए आमंत्रित किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों को उनकी समस्याओं के लिए जिम्मा सौंपा जाएगा।

राज्यभर के आंदोलनकारी पहुंचे थे दून

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन के बैनर तले सुबह ग्यारह बजे से प्रदेशभर से दून पहुंचे राज्य आंदोलनकारियों का परेड ग्राउंड में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जहां से आंदोलनकारियों ने नारेबाजी के साथ सीएम आवास के लिए कूच किया। हाथीबड़कला में पहुंचने के बाद पुलिस ने उन्हें बेरीकेडिंग लगाकर रोकने की कोशिश की। इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ नोंक-झोंक भी हुई। लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने और वहीं पर धरने पर बैठ गए। इसी बीच सीएम आवास से एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का बुलावा आया। इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम आवास पहुंचा। जहां सीएम के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के साथ करीब एक घंटे तक वार्ता जारी रही। आंदोलनकारियों की समस्याओं को सुनने के बाद सीएम के मीडिया सलाहकार ने सीएम तक बात पहुंचाई। उसके बाद निर्णय लिया गया है कि राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं के लिए हफ्तेभर के भीतर हल ढूंढ़ने के प्रयास शुरू कर दिए जाएंगे। आंदोलनकारियों को भरोसा दिया गया कि अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी उनकी समस्याओं को सुनेंगे। सीएम आवास से यह भी भरोसा दिया गया कि जरूरत पड़ी तो एक प्रतिनिधिमंडल को सीएम आवास बुलाया जाएगा।

हाथीबड़कला में जमे रहे आंदोलनकारी

इस बीच हाथीबड़कला में राज्य आंदोलनकारी धरने पर जमे रहे। सीएम आवास से सकारात्मक वार्ता होने के साथ भरोसा दिए जाने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आंदोलनकारियों को धरना समाप्त करने के लिए कहा। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया। सीएम आवास कूच में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा, चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संगठन, उत्तराखंड कौशल्या संघर्ष वाहिनी, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच, राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी व नेताजी संघर्ष समिति से जुड़े राज्य आंदोलनकारी शामिल रहे।