सात दिनों का धरना

मुजफ्फरनगर दंगों एवं खेड़ा प्रकरण के बाद भाजपा के विधायक संगीत सोम एवं सुरेश राणा पर रासुका लगा दी गई है। भाजपा ने प्रदेश सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए प्रदेशभर में प्रदर्शन करते हुए मेरठ में सात दिनी धरने का ऐलान किया। दो दिनों तक पुलिस और पार्टी के बीच चली नोकझोंक तीसरे दिन दोस्ताना नजर आई। दोपहर तीन बजे कार्यकर्ताओं ने आईजी ऑफिस के लिए कूच किया, जिस पर पुलिस उन्हें सलीके के साथ बसों में बिठाकर पुलिस लाइन ले गई, जहां पर गिरफ्तारी की पटकथा घंटों तक लिखी-पढ़ी गई। वेस्ट यूपी के मीडिया प्रभारी आलोक सिसौदिया ने दावा किया कि 1163 कार्यकर्ताओं ने धरना दिया, जबकि पुलिस ने दो सौ लोगों की गिरफ्तारी बताई है।

वोल्टेज रहा लो

धरने में तीसरे दिन शनिवार को कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए नमो मंत्र का जाप चलता रहा। मुख्य वक्ता औऱ बिजनौर के विधायक लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि सपा कार्यकाल में अपराधियों का मनोबल बढ़ा है, जिसके विरोध में भाजपा अब जनांदोलन पर उतरेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रामपाल सिंह पुंडीर ने कहा कि दंगों के पीछे कबीना मंत्री आजम खां की सुनियोजित सोच रही है। पार्टी के प्रदेश मंत्री अश्विनी त्यागी ने माना कि कांग्रेस, बसपा एवं सपा की मिलीभगत से दंगा हुआ, जिसमें आजम खां पर 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराना चाहिए।

 

ऐसे हुई गिरफ्तारी

दोपहर तीन बजे धरना समाप्त करने के बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देने के लिए दूसरा रास्ता अपनाया और यूनिवर्सिटी रोड पर नारेबाजी करने लगे। उसकी प्रतीक्षा में गेट पर खड़ी पुलिस ने सड़क पर पहुंचकर मोर्चा संभाला और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। एसपी सिटी ओमप्रकाश की अगुवाई में पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को बसों से पुलिस लाइन पहुंचाई, जहां से निजी मुचलके पर उन्हें छोड़ा गया। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक 327 भाजपाईयों को गिरफ्तार किया गया। इनमें विधायक रवीन्द्र भड़ाना, क्षेत्रपाल सिंह, चौधरी समरपाल सिंह, मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष सतपाल सैनी, विजयमान सिंह, अशोक गुलावटी, शिवकुमार राणा समेत कई अन्य शामिल हुए। वेस्ट यूपी के मीडिया प्रभारी आलोक सिसौदिया ने बताया कि रविवार को गौतमबुद्ध नगर, मुरादाबाद एवं हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग धरने में शिकरत करेंगे।