- फाफामऊ के एक निजी हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने काटा बवाल

- हॉस्पिटल का आरोप, फीस जमा करने से बचने के लिए किया उपद्रव

ALLAHABAD: फाफामऊ स्थित एक निजी हॉस्पिटल में शनिवार को मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की। परिजनों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। हॉस्पिटल प्रशासन ने परिजनों पर आईसीयू की फीस जमा करने से बचने के लिए उपद्रव करने का आरोप लगाया है।

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक प्रतापगढ़ की रहने वाली सत्तर वर्षीय शंकरी देवी को गंभीर हालत में फाफामऊ के निजी हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसके लीवर और गुर्दे में शिकायत थी। शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इससे नाराज परिजनों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोडफोड़ की। डॉक्टर के चैंबर समेत शीशे व कुर्सी मेज तोड़ डाले। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई। इसके बाद परिजन मरीज को लेकर निकल गए।

देना नहीं चाहते थे फीस

उधर, हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि आईसीयू वार्ड की फीस ख्ब् हजार रुपए थी, इसका भुगतान करने से बचने के लिए परिजनों ने इतना हंगामा किया है। नौ अगस्त को मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रिफर कर दिया गया था लेकिन एसआरएन हॉस्पिटल द्वारा भर्ती नहीं किए जाने पर पुन: परिजनों ने निजी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि शनिवार को फिर परिजन बवाल काटते हुए जबरन मरीज को एसआरएन हॉस्पिटल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

तोड़फोड़ की निंदा

इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की बैठक में फाफामऊ के विनीता हॉस्पिटल में हुई तोड़फोड़ की निंदा करते हुए प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ। बिंदू विश्वकर्मा ने कमल केशरी पुत्र ओंकारनाथ केशरी के खिलाफ फ्री इलाज और रंगदारी के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। क्ब् अगस्त को कमल केशरी और गोपाल केशरी द्वारा हॉस्पिटल में तोड़फोड़ और मारपीट की कोशिश करने पर उसके खिलाफ डॉ। विश्वकर्मा ने फाफामऊ पुलिस चौकी में मामला भी दर्ज कराया है।