PATNA : बेगूसराय में हुई दो माले नेताओं की हत्या के मामले में शनिवार को भाकपा माले ने प्रतिवाद मार्च निकाला। पटना सहित राज्य के कई जिलों में यह प्रतिवाद मार्च निकाला गया। पटना में यह मार्च रेडियो स्टेशन से गांधी मैदान स्थित भगत सिंह चौक तक के लिए निकला ही था कि पुलिस ने मार्च में शामिल नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। गांधी मैदान थाना परिसर में गिरफ्तार नेताओं को संबोधित करते हुए माले नेता अभ्युदय ने कहा कि राजधानी में सरकार ने प्रतिवाद के न्यूनतम अधिकार को भी छीन लिया है। प्रदर्शन व जुलूस को प्रतिबंधित कर सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला कर रही है। अभ्युदय के साथ साथ उमेश सिंह, पन्नालाल, रामबलि प्रसाद, अनुराधा देवी व विभा गुप्ता सहित कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया।

सामंती गिरोह के पक्ष में राज्य सरकार

माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि दोनों नेताओं की हत्या के खिलाफ शनिवार को बेगूसराय बंद के दौरान माले के कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया। यह हमला दिखाता है कि सरकार सामंती ताकतों के साथ खड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश का महादलित प्रेम महज दिखावा है और वे भाजपा विरोध का ढोंग रचते हैं। कुणाल ने कहा कि नीतीश सरकार सामंतपरस्ती का बेशर्म उदाहरण हैं।

दो माले नेताअेां की हुई है हत्या

बताया गया कि बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड के महादलित समुदाय से आने वाले दो नेताओं महेश राम और रामप्रवेश राम की सामंती ताकतों ने हत्या ख्क् मार्च की शाम को कर दी। माले का आरोप है कि घटना प्रशासन की मिलीभगत से हुई है। पटना में हुए प्रतिवाद मार्च के दौरान नेताओं ने सभी हत्यारों के गिरफ्तारी और बलिया के डीएसपी रंजन कुमार को बर्खास्त करने की मांग की है। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को दस दस लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई है।