- एम्स में हड़कंप, 6 घंटे बाद व्यक्ति को उतारा नीचे, पुलिस ने लिया हिरासत में

- 2 बेटियों को नौकरी पर वापस रखने की मांग पर किया पिता ने हंगामा

देहरादून: ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) से निकाले गए आउटसोर्स वर्कर्स का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. अपनी दो बेटियों को नौकरी से निकाले जाने को लेकर उनका पिता पेट्रोल की बोतल लेकर एम्स की छत पर चढ़ गया और आउटसोर्स वर्कर्स को काम पर रखने की मांग करने लगा. एम्स में तमाशबीनों का जमावड़ा लग गया और पुलिस के होश उड़ गए. 6 घंटे तक व्यक्ति तमाशा करता रहा, तब किसी तरह एम्स के सिक्योरिटी गा‌र्ड्स ने उसे काबू किया और नीचे उतारा. इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.

6 घंटे तक चला ड्रामा

एम्स इमरजेंसी की 6 मंजिला बिल्डिंग की छत पर मंडे की सुबह करीब 7:30 बजे एक व्यक्ति पेट्रोल की बोतल लेकर चढ़ गया. सूचना पाकर एम्स के सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस भी पहुंच गई. तहसीलदार रेखा आर्य भी वहां पहुंच गईं. छत पर चढ़े व्यक्ति की पहचान दाताराम ममगाईं के रूप में हुई. वह मांग कर रहा था कि जब तक एम्स से हटाए गए आउटसोर्स वर्कर्स को वापस काम पर नहीं रखा जाता वह नीचे नहीं उतरेगा. बताया कि उसकी दो बेटियां भी हटाए गए वर्कर्स में शामिल हैं. निष्कासित कर्मचारी संघ का डेलिगेशन भी एम्स के डिप्टी डायरेक्टर अंशुमान गुप्ता से वार्ता की, गन्ना एवं चीनी विकास बोर्ड के अध्यक्ष भगत राम कोठारी भी वार्ता को पहुंचे, इसके बाद नगर निगम की मेयर अनीता ममगाईं आंदोलन का समर्थन कर रहे पार्षदों को लेकर डिप्टी डायरेक्टर से मिलीं, लेकिन वार्ताओं का यह दौर विफल रहा. इस बीच निष्कासित कर्मचारी एम्स के इमरजेंसी गेट के पास धरने पर बैठ गए और एम्स प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हंगामे को 6 घंटे बीत जाने के बाद किसी तरह एम्स के सिक्योरिटी गार्ड छत पर पहुंचे और व्यक्ति को नीचे उतारा. पुलिस ने शांति भंग में चालान कर दाताराम को एसडीएम के समक्ष पेश किया, जहां से उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया.