क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में किया फैसला

ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवाएं भी बंद रखने की चेतावनी

देहरादून,

क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को लेकर प्राइवेट अस्पतालों के संचालक एक बार फिर आंदोलन करने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। डॉक्टर्स के संगठन आईएमए ने विरोध में 25 दिसंबर से सभी प्राइवेट अस्पताल क्लीनिक, नर्सिंग होम बंद करने का ऐलान किया है। इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं भी ठप रहेंगी। 22 दिसंबर से चिकित्सक काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। जबकि 23 दिसम्बर से शाम की ओपीडी बंद की जाएगी।

नहीं निकला बीच का रास्ता

आईएमए के प्रांतीय सचिव डॉ। डीडी चौधरी ने बताया कि पूर्व में इस मसले पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ वार्ता हुई थी, जिसमें तय हुआ कि कोई बीच का रास्ता निकाला जाएगा। इसके लिए शासन, विभाग और चिकित्सकों की एक समिति का गठन किया गया था। इसके बाद आईएमए ने उत्तराखंड हेल्थ केयर एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का मसौदा तैयार किया। स्वास्थ्य सचिव ने इसमें कुछ संशोधन की आवश्यकता बताई थी और अब यह संशोधित ड्राफ्ट भी तैयार है। इसे शासन को भी सौंपा जा चुका है। इस बीच स्वास्थ्य महानिदेशालय ने सभी सीएमओ को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने के निर्देश दिए हैं। सभी गैर पंजीकृत अस्पताल व नर्सिंग होम सील करने को कहा गया है। चिकित्सकों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।