- प्रदेश के 5 शहरों की बिजली निजीकरण किए जाने पर चल रहा है विरोध

BAREILLY:

प्रदेश के पांच शहरों की बिजली निजी हाथों में सौंपे जाने से नाराज बिजली कर्मियों का धरना प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंडे को बिजली कर्मियों के पक्ष में शहर के व्यापारी भी आ गए। श्यामगंज कार्यालय पर दोपहर 12 बजे व्यापार मंडल के लोग इकट्ठा हुए। उसके बाद एक साथ सर्किट हाउस स्थिति बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर अंशुल अग्रवाल के कार्यालय पर पहुंचे। जहां पर बिजली कर्मचारी और अधिकारी धरना प्रदर्शन कर रहे थे।

निजीकरण से हर किसी को नुकसान

व्यापारियों का कहना था कि बिजली का निजीकरण किया जाना गलत हैं। इससे बिजली विभाग ही नहीं बल्कि, पब्लिक और व्यापारियों को भी नुकसान होगा। ऐसे में सरकार के इस फैसले के खिलाफ व्यापारी वर्ग भी बिजली कर्मियों के साथ है। जरूरत पड़ी तो मार्केट बंद किया जाएगा। इस मौके पर व्यापारी नेता राजेंद्र गुप्ता, राजेश जसोरिया, दर्शन लाल भाटिया सहित अन्य व्यापारी मौजूद रहे।

बिजली कर्मियों में बढ़ता जा रहा है आक्रोश

वहीं बिजली कर्मियों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा हैं। पिछले 10 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। 27 मार्च को तो पूरे दिन कार्य बहिष्कार किया था। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 9 से 11 अप्रैल तक भी बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार रहेगा। तीन दिनों तक नए संयोजन, मीटर रीडिंग सहित कोई कार्य नहीं करने की चेतावनी दी है।