- मेडिकल स्टूडेंट्स के समर्थन में एबीवीपी ने किया प्रदर्शन

- मंडे को हाईकोर्ट में पीआईएल डालेंगे स्टूडेंट्स, कॉलेज प्रबंधन ने मदद से किया इनकार

DEHRADUN: एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज के गेट के बाहर धरना दे रहे मेडिकल स्टूडेंट्स और पैरेंट्स के समर्थन में थर्सडे को एबीबीपी ने प्रदर्शन किया। एबीवीपी ने राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को शिक्षा के बाजारीकरण को बढ़ावा देने वाला बताया। एबीवीपी ने फीस बढ़ोतरी वापस न होने पर प्रदेश स्तरीय आंदोलन की चेतावनी दी है।

अब कोर्ट का सहारा

थर्सडे को एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज के छात्रों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। एमबीबीएस व एमडी-एमएस के छात्रों के साथ ही अभिभावक भी कॉलेज के मुख्य गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। छात्रों का कहना है कि वे मंडे को कोर्ट में पीआईएल डालेंगे। कॉलेज प्रबंधन ने नोटिस जारी कर किसी भी प्रकार की हेल्प करने से इनकार कर दिया है। थर्सडे को एबीवीपी ने भी छात्रों की मांगों का समर्थन करते हुए धरनास्थल पर प्रदर्शन किया। एबीवीपी के विरोध के चलते काफी देर तक इंदिरेश हॉस्पिटल के सामने जाम की स्थिति बनी रही। बाजार चौकी इंचार्ज नरोत्तम भट्ट ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को सड़क पर विरोध न करने को कहा। जिसको लेकर एबीवीपी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई।

हरीश रावत ने दिया समर्थन

पूर्व सीएम हरीश रावत ने बयान जारी कर मेडिकल कॉलेजों की फीस बढ़ाने की सरकार के निर्णय की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से फीस बढ़ाने का अधिकार मेडिकल कॉलेजों को दिया गया है। उससे स्टूडेंट्स का मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेना असंभव हो जाएगा। उन्होंने सरकार से फीस बढ़ाने का अधिकार कॉलेजों से वापस लेने को कहा।