देहरादून, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में फीस वृद्धि का विरोध किया है। एबीवीपी के प्रदेश संगठन मंत्री सुधीर जोशी ने कहा कि आमजन से जुड़े मुद्दों की अनदेखी व छात्र हितों को लेकर एबीवीपी राज्य सरकार का विरोध करने से पीछे नहीं हटेगा। एबीवीपी 12 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक मुद्दों पर राज्यभर में सर्वेक्षण कर शिक्षा का मूल्यांकन करेगी।

12 अप्रैल तक हस्ताक्षर अभियान

मंडे को करनपुर स्थित संगठन कार्यालय में मीडिया से बातचीत में सुधीर जोशी ने कहा कि दो से 12 अप्रैल तक संगठन की सभी जिला इकाई सर्वेक्षण के बाद कॉलेज परिसर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी। इसके उपरांत कॉलेजों की समस्याओं को लेकर कुलपति व प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 20 से 30 अप्रैल के बीच 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए व्यक्तित्व विकास और आत्म रक्षा से संबंधित कैंप आयोजित किए जाएंगे। शिक्षा से संबंधित विषयों पर 29-30 अप्रैल को रानीखेत में होने वाली संगठन की समीक्षा योजना बैठक में चर्चा होगी। सुधीर जोशी ने कहा कि मेडिकल फीस वृद्धि के खिलाफ विद्यार्थी परिषद कड़ा रुख अपनाएगी। वहीं एबीवीपी ने एनसीईआरटी की किताबें निजी विद्यालयों में लागू करने पर राज्य सरकार का स्वागत किया है। एबीवीपी प्रांत छात्रा सह प्रमुख अंजलि सेमवाल व डीएवी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि परिषद की छात्राओं को मिशन साहसी नाम से अभियान शुरू कर आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देगी। बताया कि 27 से 30 मई तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, सात से 15 जून के बीच सामाजिक अनुभूति कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान एबीवीपी के राज्य विवि प्रमुख संकेत नौटियाल, कुलदीप पंत भी मौजूद रहे।