देहरादून: प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति शिक्षक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने रविवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान शिक्षा मंत्री को शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराते हुए एसोसिएशन ने समस्याओं के निस्तारण की मांग की।

एसोसिएशन की मांगें

एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय भाटिया और महामंत्री जितेंद्र सिंह बुटोइया ने बताया कि शिक्षा मंत्री से मांग की गई कि एससी-एसटी के एलटी शिक्षकों के 2001-2005 के बीच प्रवक्ता प्रोन्नत शिक्षकों को 2013 से मौलिक नियुक्ति दी जा रही है। जबकि, सामान्य संवर्ग से पदोन्नत शिक्षकों को 2001-02 से मौलिक नियुक्ति दी जा रही है। प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग में खाली पड़े बैकलॉग पदों को भरने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए। आउटसोर्स से की जाने वाली नियुक्तियों में भी आरक्षण का पालन सुनिश्चित किया जाए। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए डीएलएड की बाध्यता समाप्त की जाए। नियुक्ति के बाद सेवाकाल में शिक्षकों से डीएलएड का प्रशिक्षण दिलाया जाए। आश्रम पद्धति के विद्यालयों का हाईस्कूल से उच्चीकरण कर उन्हें इंटरमीडिएट किया जाए। अनुसूचित जाति व जनजाति के शिक्षकों के लिए आवास सुविधा सुनिश्चित की जाए। माता-पिता की मृत्यु पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 15 दिन का विशेष अवकाश दिया जाए। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में छठे वेतनमान में शिक्षकों को दिए जा रहे 17,140 के वेतनमान को वापस न किया जाए।