- सरकार की उपेक्षा से नाराज शिक्षकों ने 21 मई से आंदोलन का किआ ऐलान

देहरादून, 3 सितंबर 2001 के बाद नियुक्त शिक्षकों को ब्रिज कोर्स करने के लिए बाध्य करने के विरोध में प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षक 21 मई को देहरादून में जुटेंगे। शिक्षकों का आरोप है कि बीएड, सीपीएड, डीपीएड, बीपीएड, मृतक आश्रित, उर्दू के शिक्षक के रूप में नियुक्त विशिष्ट बीटीसी, डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को फिर से ब्रिज कोर्स, डीएलएड प्रशिक्षण के लिए बाध्य किया जा रहा है।

सीएम को भेजा ज्ञापन

उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने सीएम टीएस रावत को ज्ञापन भेजकर बताया कि 16 वर्षो के बाद भी शिक्षकों को एनसीटीई से जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के संचालन की मान्यता नहीं मिली है। जिससे लगभग 16 हजार शिक्षकों को एनआईओएस से ब्रिज कोर्स या डीएलएड करने को विभाग द्वारा बाध्य किया जा रहा है। संगठन ने कहा कि मान्यता लेना सरकार का काम है, जो भी आदेश शासन से मिलता है, उसी के अनुसार शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया हुआ है। उन्होंने बताया कि ऐसे कई शिक्षक प्रमोशन भी ले चुके हैं। उन्हें भी अगर अप्रशिक्षित माना जाए तो इससे विभागीय विसंगतियां पैदा होंगी। इस मुद्दे को लेकर कई बार आंदोलन किया गया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। नाराज शिक्षकों ने अब 21 मई को परेड ग्राउंड में एक दिवसीय धरना देकर विरोध करने की बात कही।