- प्राथमिक शिक्षक संघ ने परेड ग्राउंड में दिया धरना

- शिक्षण के अलावा नहीं करेंगे कोई और काम

देहरादून, विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों से जुड़े मुद्दे पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को मोर्चा खोलते हुए सामूहिक अवकाश लेकर परेड मैदान पर धरना दिया। शिक्षकों ने ऐलान किया कि अब वे अपनी मांग को लेकर असहयोग आंदोलन करेंगे। कहा कि इस दौरान वह शिक्षण कार्यो को छोड़ और सारे राजकीय कार्यो का बहिष्कार करेंगे।

16 हजार शिक्षक प्रभावित

प्राथमिक शिक्षक संघ की प्रांतीय अध्यक्ष निर्मला महर ने बताया कि तीन सितंबर 2001 के बाद नियुक्त बीएड, सीपीएड, डीपीएड, बीपीएड, मृतक आश्रित व उर्दू शिक्षकों को जिला डायट द्वारा विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिया गया था। लेकिन, उन्हें एनसीटीई की मान्यता नहीं थी। नतीजतन लगभग 16 हजार शिक्षकों को डीएलएड करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। बताया कि इस श्रेणी के अधिकांश शिक्षक पदोन्नति ले चुके हैं या प्रोन्नत वेतनमान ले रहे हैं। अब अगर उन्हें अप्रशिक्षित माना जाएगा तो भविष्य में वरिष्ठता निर्धारण जैसी विभिन्न प्रकार की विसंगतियां आएंगी। संघ के प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि संघ ने बीते वर्ष अक्टूबर में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय पर एक धरना दिया था। इसके बाद 22 नवंबर से पांच दिसंबर तक निदेशालय में धरना प्रदर्शन किया गया। शिक्षा मंत्री ने धरना स्थल पर शिक्षकों को सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। लेकिन, कोई कार्यवाही नहीं हुई। कहा कि सरकार 31 मार्च 2019 से पहले इस समस्या का ठोस हल निकाले। संयुक्त मोर्चा के संयोजक ठाकुर प्रहलाद सिंह ने भी आंदोलन का समर्थन करते कहा कि सभी शिक्षक कर्मचारी एक साथ हैं। धरने के बाद संघ पदाधिकारियों की शिक्षा सचिव के साथ वार्ता हुई। जिसके माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है।