RANCHI: करंट से हुई एक महिला की मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने मधुकमा पहुंचे ओरमांझी अंचलाधिकारी राजेश कुमार पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। गाली-गलौज की, स्वेटर व शर्ट भी फाड़ डाले व घंटे भर से ज्यादा जमीन पर बैठाकर घेरे रखा। बाद में सांसद रामटहल चौधरी व जिप अध्यक्ष पार्वती देवी पहुंचे। स्थानीय लोगों से बातचीत की और मुआवजे का चेक सौंपा। घटना 6 दिसंबर की है। मामले में विक्टिम सीओ राजेश कुमार ने अपने ऊपर हमला करने वाले पांच लोगों पर ओरमांझी थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। इनपर अंचलाधिकारी ने आरोप लगाया है कि ये पांचों असामाजिक तत्व हैं। गौरतलब हो कि इससे पहले भी खूंटी के काकी में एसपी सहित अधिकारियों को बंधक बनाने की घटना हो चुकी है।

क्या है मामला

6 दिसंबर को मायापुर निवासी सिंदु देवी (59) व उनकी एक भैंस की मौत करंट लगने से हो गई थी। इसी को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा था और वो मुआवजे की मांग कर रहे थे। वहां पर अंचल निरीक्षक रंजीत कुमार पहुंच गए थे, लेकिन ग्रामीण मांग कर रहे थे कि सीओ खुद वहां आएं। ग्रामीणों ने फोन पर सीओ से बात भी कर ली थी। पर, सीओ जैसे ही घटनास्थल पर पहुंचे उनपर हमला कर दिया गया। स्वेटर व कमीज फाड़ दी गई। कहा गया कि सीओ को बोलने की तमीज नहीं है। फोन पर अपशब्द कहते हैं। यहीं जमीन पर बैठो। लगभग एक घंटे तक बंधक की तरह जमीन पर बैठाकर घेरे रखा।

क्या कहते हैं ओरमांझी सीओ

ओरमांझी के अंचलाधिकारी राजेश कुमार ने इस सबंध में बताया कि मैंने सीआई को घटनास्थल पर भेजा था। घटनास्थल से जिप सदस्य ने भी बात की। बात अच्छे माहौल में हुई। पर, मो। शाहिद काफी ऊंची आवाज व अभद्र भाषा में बात कर रहे थे। मैंने बताया कि किसी काम से सूचना भवन आया हूं। फिर भी वह आदेश देने जैसी बात कर रहे थे। फिर भी मैंने अच्छे से बात की, लेकिन उनलोगों का कहना है कि मैंने अपशब्द कहा। मैंने किसी तरह के अपशब्द का प्रयोग नहीं किया है। घटनास्थल पर पहुंचते ही शाहिद व अन्य ने हमला कर दिया। थाना प्रभारी सह डीएसपी ओमप्रकाश, अंचल निरीक्षक रंजीत कुमार रंजन, ड्राइवर नेसारूल हक व अनुसेवक राजू पाहन ने बीच-बचाव किया। अन्यथा किसी भी तरह की अप्रिय घटना घट सकती थी। अंचलाधिकारी ने उचित कार्यवाई की मांग की है।

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इनके खिलाफ एफआइआर दर्ज

सीओ ने मो। शाहिद, मो। हैदर, रशीद अंसारी, सुरेंद्र महतो व लगनू महतो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। ये सभी ओरमांझी के मायापुर, सदमा व चुनघटिया के निवासी हैं।