RANCHI: पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम(पीडीएस) दुकानों पर राशन के लिए पहुंचने वाले गरीबों को अब हर हाल में अनाज मिलना ही है। राशन कार्ड न होने या अन्य कारणों से अपात्र होने की स्थिति में भी उन्हें अनाज दिया जाएगा। इसके लिए डीसी आर महिमापत रे की पहल पर पीडीएस दुकानदारों के साथ जिला प्रशासन ने मिलकर आकस्मिक खाद्यान कोष का निर्माण किया है। इस कोष के लिए प्रशासन की तरफ से सभी दुकानदारों को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। यदि उनकी दुकान पर कोई गरीब व्यक्ति राशन लेने आता है और उसके दस्तावेजों में किसी भी तरह की कमी रहती है, तो उसकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद पीडीएस डीलर उसे खरीद कर राशन देंगे। बाद में रुपए आ जाने के बाद उसे एडजस्ट किया जाएगा।

ताकि भूख से न हो मौत

इस पहल के पीछे सोच यह है कि किसी भी व्यक्ति की मौत भूख की वजह से नहीं होनी चाहिए। अगर किसी के घर में अनाज नहीं है और उसका राशन कार्ड लंबित है, या यूआईडी में कोई तकनीकी परेशानी है तो ऐसी स्थिति में भी उसे अनाज दिया जाएगा।

पीडीएस शॉप से लौटने की मिल रही थी कंप्लेन

अधिकारियों को हाल के दिनों में लगातार जानकारी मिल रही थी कि कभी मशीन नहीं चलने की वजह से तो कभी तकनीकी परेशानियों की वजह से लाभुकों को पीडीएस शॉप से निराश लौटना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए निर्णय लिया गया कि अब उन्हें खरीदकर अनाज मुहैया कराया जाएगा।

वर्जन

कई लाभुक ऐसे होते हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं होता है या अन्य दस्तावेजों में कुछ तकनीकी परेशानी होती है। इस कारण अनाज वितरण नहीं हो पाता है। ऐसे लाभुकों को तत्काल सहायता देते हुए पीडीएस डीलर द्वारा उन्हें 10 किलो चावल खरीद कर दिया जाएगा।

नरेन्द्र कुमार गुप्ता, डीएसओ, रांची