-एक हजार से अधिक वाहन हैं चुनाव ड्यूटी में तैनात

-परिवहन निगम सहित अन्य वाहन हुए अधिग्रहित

DEHRADUN : लोकसभा चुनाव के चलते पब्लिक को 8 मई तक प्रॉब्लम झेलनी पड़ सकती है। क्योंकि शहर से करीब एक हजार से अधिक वाहन चुनाव के लिए अधिग्रहित किए गए हैं। ऐसे में शहर में वाहनों की कमी होना लाजमी है।

निगम की रोडवेज भी है ड्यूटी में

उत्तराखंड परिवहन निगम की बात की जाए, तो करीब क्7भ् रोडवेज इलेक्शन ड्यूटी के लिए अधिग्रहित हुई है। महानगर सिटी बस यूनियन की करीब ख्00 बस चुनाव ड्यूटी में तैनात है। इसी प्रकार रिस्पना पुल से पहाड़ के लिए जाने वाले दर्जनों टैक्सी व मैक्स भी इस चुनाव में अधिग्रहित हुई है। तीन से चार दिन तक शहर में वाहनों का टोटा पब्लिक को झेलना पड़ेगा। हालांकि संबंधित वाहनों से जुड़े संगठन अपने स्तर से रूट में वाहनों का एडजस्टमेंट करने का प्रयास कर रहे हैं। आरटीओ कर्मचारियों ने इस चुनाव में करीब क् हजार से अधिक वाहन अधिग्रहित किए हैं, जिनमें फ्भ्0 वाहन सरकारी डिपार्टमेंट से भी शामिल हैं।

क्7भ् बस का चुनाव के लिए अधिग्रहण

उत्तराखंड परिवहन निगम में तकनीकी व कार्मिक जीएम दीपक कुमार जैन का कहना है कि क्7भ् बस का चुनाव के लिए

अधिग्रहण हुआ था, जिनमें करीब ब्0 बस उन्हें वापस लौटा दी गई हैं, जिस रूट की गाडि़यां चुनाव ड्यूटी में लगी हैं, वहां

एडजस्टमेंट कर गाडि़यों की कमी दूर की जा रही हैं। दूसरी ओर महानगर सिटी बस यूनियन देहरादून के प्रेसीडेंट विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि करीब ख्00 सिटी बस चुनाव ड्यूटी के लिए अधिग्रहित हुई हैं। पब्लिक को कुछ दिनों तक

जरूर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हालांकि लोकसभा के इस महापर्व के लिए मना नहीं किया जा सकता है, लेकिन

अधिग्रहण करने वाले कर्मचारियों को पब्लिक के ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था का ध्यान भी रखना चाहिए। हर रूट पर वाहनों के पसेंटेज के आधार पर वाहन अधिग्रहित होने चाहिए, ताकि पब्लिक को ज्यादा परेशानी न झेलनी पड़े।