- शहर में कॉलोनियों के बढ़ने पर गायब होता जा रहा है सीमांकन क्षेत्र

- सूचना दर्ज कराने के लिए हलकान होती पब्लिक, पुलिस भी हैरान-परेशान

GORAKHPUR: शहर के भीतर बढ़ती जा रही कॉलोनियों में थाना क्षेत्रों की सीमा खो गई है. नई बसावट की कॉलोनियों में कोई वारदात होने पर एक तरफ जहां पब्लिक परेशान हो रही. वहीं किस थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज किया जाएगा, इस बात को लेकर पुलिस कर्मचारी हैरान रहते हैं. सीमा विवाद की वजह से पुलिस और पब्लिक दोनों का समय खराब हो रहा है. सीनियर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहर में नए थाने बनाने के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं. शासन से मंजूरी मिलने पर इनका निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा.

केस 1

शाहपुर, गुलरिहा और पिपराइच थाना क्षेत्र की सीमा पर कई नई कॉलोनियां बसी हैं. यहां होने वाली किसी तरह की वारदात में लोगों को प्रॉब्लम आती है. बुधवार की सुबह पादरी बाजार के पास कॉलोनी में रहने वाले परिवार की एक बेटी संग छेड़छाड़ की घटना हो गई. घटनास्थल को लेकर परेशान फैमिली ने गुरुवार को शाहपुर पुलिस को सूचना दी.

केस 2

बुधवार को नंदानगर के पास एक महिला को झांसा देकर उचक्के उसका 20 हजार रुपए लेकर फरार हो गए. घटनास्थल को लेकर महिला काफी देर तक परेशान रही. बाद में उसे पता लगा कि घटनास्थल कैंट एरिया में है. शिकायत लेकर महिला कैंट पुलिस के पास पहुंची. इसके बाद बदमाशों की तलाश शुरू हुई.

100 नंबर भी होता परेशान, किस थाने पर ले जाएं मुल्जिम

शहर के भीतर थानों की सीमा क्षेत्र का बंटवारा कई साल पूर्व हुआ था. खाली पड़ी भूमि और अन्य जगहों पर लगातार निर्माण कार्य होने से आबादी बसती जा रही है. इस वजह से नई बनी कॉलोनियों में आधे घर किसी एक थाना का हिस्सा हो गए हैं तो आधे मकान किसी दूसरे थाना क्षेत्र में पड़ते हैं. ऐसी जगहों पर किसी तरह की वारदात होने पर 100 नंबर की गाड़ी पहुंचती है. लेकिन समस्या तब खड़ी हो जाती है जब यह पता लगता है कि पूरी कॉलोनी किसी अन्य थाना क्षेत्र में है. लेकिन घटनास्थल का पुलिस स्टेशन दूसरा है.

शाहपुर, गुलरिहा और पिपराइच में होती प्रॉब्लम

थाना क्षेत्र के सीमा विवाद का सबसे ज्यादा असर शाहपुर, गुलरिहा, पिपराइच, गोरखनाथ और चिलुआताल एरिया में पड़ता है. नई कॉलोनी और आबादी का विस्तार चिलुआताल, शाहपुर और गुलरिहा एरिया में ज्यादा हुआ है. शहर से सटे पादरी बाजार मोहल्ले के आसपास नई कॉलोनियां बस गई हैं. यहां का ज्यादातर एरिया पिपराइच एरिया में पड़ता है. जबकि शिवपुर सहबाजगंज मोहल्ला का आधा हिस्सा शाहपुर और आधा गुलरिहा पुलिस स्टेशन के अधीन है. ऐसे में कोई वारदात होने पर पुलिस के सामने मुश्किल खड़ी हो जाती है. घंटों पुलिस इसी उधेड़बुन में लगी रहती है कि आखिर किस थाना क्षेत्र की पुलिस इसकी निस्तारण करेगी. सीमा विवाद को लेकर कई बार पुलिस की फजीहत हो चुकी है.

इस वजह से होती से प्रॉब्लम

शहर में कुल नौ थाना स्थापित किए गए थे. इनमें ज्यादातर शहरी आबादी है.

थाना क्षेत्रों का सीमांकन 50 से 60 साल पुराना है. नया कोई सीमांकन नहीं हुआ.

खाली पड़ी भूमि पर बसावट का विस्तार होने से कॉलोनियां बढ़ती जा रही हैं.

नए थाना क्षेत्रों का निर्माण नहीं हुआ. एक ही मोहल्ले में आसपास कई क्षेत्र बन गए.

ये हैं शहर की आबादी के थाने

कैंट, कोतवाली, राजघाट, खोराबार, तिवारीपुर, गोरखनाथ, चिलुआताल, शाहपुर और गुलरिहा

इन जगहों पर झेलती पब्लिक

वीर बहादुर स्पो‌र्ट्स कॉलेज के आसपास का एरिया में चिलुआताल और गुलरिहा को लेकर विवाद होता है.

गुलरिहा थाना पिपराइच एरिया में बना हुआ है. इसके आसपास का एरिया भी पिपराइच थाना क्षेत्र में पड़ता है.

पादरी बाजार पुलिस चौकी के आसपास कॉलोनियों में सीमा विवाद गुलरिहा, शाहपुर और पिपराइच में फंसता है.

पीपीगंज और कैंपियरगंज का बॉर्डर सटा हुआ है. यहां डेडबॉडी मिलने पर दो थाना क्षेत्रों की पुलिस में विवाद होता है.

इतने नए थानों की हुई है डिमांड

खोराबार एरिया की रामगढ़ताल पुलिस चौकी

कैंट एरिया की रेलवे कॉलोनी पुलिस चौकी

कैंट एरिया की एयरफोर्स पुलिस चौकी

इन मामलों में पुलिस करती रही पंचायत

27 मार्च 2019: शिवपुर सहबाजगंज मोहल्ले में प्रेमिका के घर में युवक की हत्या, सूचना पर घंटों शाहपुर और गुलरिहा में पंचायत होती रही.

2 सितंबर 2018: संगम चौराहे के पास दंपति से बदमाशों ने 20 हजार रुपए लूट लिए. शिकायत करने पर गुलरिहा और शाहपुर की पुलिस घंटों उलझी रही.