- तत्काल मेंटीनेंस के लिए हर वार्ड पार्षद को मिलेंगे दो लाख

- वार्डो के विकास में तेजी लाने को पार्षदों को जारी होंगी दो किश्तें

LUCKNOW: अब किसी भी वार्ड में टूटे मेनहोल, सीवर-वाटर लाइन की मरम्मत के लिए जनता को इंतजार नहीं करना होगा। वार्ड पार्षद की संस्तुति पर जलकल की ओर से तत्काल उनका मेंटीनेंस कराया जाएगा। यह कार्य वार्ड विकास निधि की जगह जलकल के मेंटीनेंस मद से होगा। संडे को जलकल के संशोधित बजट सदन में पार्षदों की मांग पर इस पर मुहर लगी है कि हर वार्ड में ऐसे मेंटीनेंस कराने के लिए वार्ड विकास निधि के अतिरिक्त दो लाख रुपये दिए जाएंगे। यह राशि जलकल के मेंटीनेंस मद से दी जाएगी।

वार्ड विकास निधि से खर्च

अभी पार्षदों की ओर से अपनी निधि से मेनहोल के टूटे ढक्कन आदि बदलवाए जाते हैं। जिससे निधि पर अतिरिक्त भार पड़ता है। सदन में पार्षदों ने तर्क दिया कि अगर इस मद में खर्च होने वाली राशि जलकल दे तो बेहतर कार्य कराया जा सकता है। पार्षदों ने मांग रखी कि हर वार्ड पार्षद टूटे मेनहोल और क्षतिग्रस्त सीवर-वाटर लाइन सुधरवाने के लिए दो लाख का अतिरिक्त कोटा दिया जाए। इस पर मेयर संयुक्ता भाटिया तथा नगर आयुक्त डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी मंथन में जुट गए।

रच दिया इतिहास

पांच से दस मिनट के मंथन के बाद मेयर के निर्देश पर नगर आयुक्त ने सभी वार्ड पार्षद को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की। यह भी स्पष्ट किया गया कि यह राशि सीधे पार्षदों को नहीं मिलेगी बल्कि उनकी संस्तुति पर इससे जलकल की ओर से कार्य कराये जाएंगे।

जारी होंगी दो किश्तें

विकास कार्यो में रफ्तार लाने का मुद्दा भी सदन में उठा। जिसके बाद मेयर ने स्पष्ट किया कि वार्ड विकास निधि की 27-27 लाख की दो किश्तें जारी हो रही हैं। जिससे सड़क या अन्य निर्माण कार्य कराए जा सकेंगे।

प्राइवेट टैंकस पर शिकंजा

सदन में पार्षदों की ओर से प्राइवेट टैंकर्स, गैराज, घरों में चल रहे अस्पताल, स्कूल-कॉलेज और मिनरल वाटर प्लांट से हो रही टैक्स वसूली को लेकर भी सवाल उठाए गए। जिस पर जीएम जलकल एसके वर्मा ने कहा कि प्राइवेट टैंकर्स और मिनरल वाटर प्लांट पर एक्शन की कोई नीति नहीं है। उन्होंने जोनवार स्कूलों से हो रही टैक्स वसूली का आंकड़ा पेश किया।

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स्कूलों से आ रहा टैक्स

जोन कुल स्कूल टैक्स दे रहे स्कूल

1 50 36

2 33 33

3 127 12

4 47 35

5 135 130

6 151 90

7 45 30

8 110 71

(इसके अतिरिक्त विकास नगर में 53 में से 34 स्कूलों में टैक्स आ रहा)

बड़े स्कूलों की स्थिति

नेता सदन भाजपा रामकृष्ण यादव ने सवाल उठाया कि बड़े स्कूलों से कितना टैक्स आ रहा है, तो जवाब दिया कि जयपुरिया समेत कई बड़े स्कूल नियमित रूप से वाटर टैक्स दे रहे हैं।

उपविधि बनाने का प्रस्ताव पास

पार्षदों ने प्राइवेट टैंकर्स और मिनरल वाटर प्लांट्स से भी टैक्स वसूलने का प्रस्ताव लाया गया कि इस संबंध में उपविधि बनाकर समिति गठित की जाए और शासन को अवगत कराया जाए। इस प्रस्ताव पर फिलहाल मुहर लग गई है।

पानी मीटर पर रोक नहीं

नेता सदन भाजपा की ओर से गोमतीनगर और इंदिरा नगर में घरों में लग रहे पानी मीटर का भी मुद्दा उठाया गया। उन्होंने तत्काल इस पर रोक की मांग की। जीएम जलकल ने स्पष्ट किया कि यह कार्य जेएनएनयूआरएम के तहत जलनिगम करा रहा है। इस पर जलकल रोक नहीं लगा सकता है।

अधिकारियों की कमी

जीएम जलकल ने बताया कि जलकल में एक भी सहायक अभियंता नहीं है। वहीं 13 अवर अभियंताओं के साथ-साथ अधिशासी अभियंताओं की कमी है। इस पर सदन ने प्रस्ताव पारित किया कि शासन को पत्र लिखकर इस स्थिति से अवगत कराया जाए, जिससे रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जा सके।

अमृत को लेकर भड़के पार्षद

अमृत सिटी का मुद्दा आते ही पार्षद लामबंद हो गए और डीपीआर की कॉपी मांगी। इस पर जीएम ने बताया कि अमृत के कार्य जल निगम करा रहा है। इससे पार्षद भड़क गए। सदन ने मांग रखी कि अमृत सिटी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट की प्रति उन्हें दी जाए, जिससे पता लग सके कि कहां क्या कार्य हो रहे हैं। सदन के प्रस्ताव पर मेयर ने हामी भर दी।

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सदन की विशेष बातें

- सदन की शुरुआत और अंत में हुआ राष्ट्रगान

-सामान्य सदन में पार्षदों से मांगे जाएंगे लिखित प्रश्न

- मानकों के अनुरूप ही वार्डो में बिछे पाइपलाइन, जल निगम को जाएगा पत्र

- हर वार्ड में चार-चार सीवर सफाई होंगे

- राजाजीपुरम में जुलाई के अंत तक ऑनलाइन वाटर टैक्स जमा करने की सुविधा

- शासन को जाएगा जलकल में ओटीएस लाने का प्रस्ताव

- शासनादेश-अध्यादेश में उलझा जलकल का बजट

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पार्को में जल संरक्षण

सदन के दौरान जल संरक्षण की वर्कशॉप भी हुई। जिसमें मुख्य अतिथि जलगुरु महेंद्र मोदी (आईपीएस) शामिल रहे। उन्होंने सदन को बताया कि किस तरह से जल संरक्षण संबंधी कदम उठाए जा सकते हैं। लालकुआं वार्ड के पार्षद सुशील तिवारी पम्मी ने कहाकि उनके वार्ड में कई कुएं हैं, जो सूखने की कगार पर हैं। उन्होंने जलगुरु से कुओं के जीर्णोद्धार करने संबंधी मदद मांगी। जलगुरु ने स्पष्ट किया कि वह नगर निगम के एक पार्क में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम डेवलप करेंगे।