KAUSHAMBI(26 Oct) : तमिलनाडु में भारतीय नौसेना के कौशांबी के सिराथू निवासी एक सैनिक को जेल से मानसिक चिकित्सालय भेज दिया गया। इसके विरोध में सिराथू के कुछ लोगों ने रविवार को काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। साथ ही रक्षा मंत्रालय से निष्पक्ष जांच के लिए आवाज बुलंद की।

सिराथू कस्बे के मंझनपुर रोड निवासी सुनील कुमार साहू पुत्र ओंकारनाथ साहू नौसेना में तकनीकी सहायक है। परिजनों का आरोप है कि सेना में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुनील ने आवाज उठाई तो पहले उसे धमकाया गया। फिर जबरन उससे दस्तावेजों पर दस्तखत कराकर मानसिक चिकित्सालय भेज दिया गया। इसकी जानकारी पर सुनील के समर्थन में कस्बे के लोग उतर आए। रविवार को लोगों ने काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया। प्रशांत कुमार केसरी ने कहा कि सुनील ने परिवार के लोगों को मामले से जुड़ी सारी बातें बताई। इस मामले में रक्षा मंत्रालय सहित राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की गई है। कस्बे के लोग मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। कहा कि सोमवार को जिलाधिकारी राजमणि यादव से मिलकर मामले से अवगत कराया जाएगा। इसके बाद भी कोई पहल नहीं हुई तो कस्बे के लोग दुकानें बंद कर सड़क पर उतरेंगे।

मामले के खुलासे की उठी मांग

सुनील के मामले में पत्‍‌नी व मां सहित अन्य लोगों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। पत्‍‌नी आरती साहू ने पुलिस को तहरीर देकर पति को जबरन परेशान किए जाने का आरोप लगाया है। सेना के चार अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुनील ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। फलस्वरूप उनके साथ यह कार्रवाई की जा रही है। अब उन्हें व परिवार के लोगों को खतरा है। वहीं मां सरोज साहू ने प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेज कर पुत्र के मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है। प्रकरण की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।