- सूबे के नये मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे ने संभाला कार्यभार

- यूपी की ब्यूरोक्रेसी को बताया शानदार, कर्मचारियों का जीतेंगे भरोसा

- लोक कल्याण संकल्प पत्र और समिट के वादों को धरातल पर उतारेंगे

LUCKNOW: सूबे के नये मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे ने शनिवार को कार्यभार संभालने के साथ ही यह साफ कर दिया कि ब्यूरोक्रेसी से उनकी जो उम्मीदें हैं, उन पर खरा उतरने के लिए सभी को कड़ी मेहनत करनी होगी। इंवेस्टर्स समिट की सफलता के बाद ब्यूरोक्रेसी की सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठने से पहले उन्होंने यह भी खुले दिल से स्वीकारा कि उनके वरिष्ठ पूर्व मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कामकाज के जो मानक तय किए थे, उसके मुताबिक काम को आगे बढ़ाना बड़ी चुनौती है। हालांकि उन्होंने यह भरोसा जताया कि अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से वह यूपी को विकास के नये पथ पर लेकर जाने को संकल्पित हैं। पेश है मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे से बातचीत के कुछ प्रमुख अंश

ब्यूरोक्रेसी को लेकर शिकायतें

मैंने पहले ही साफ कर दिया है कि जनप्रतिनिधियों द्वारा की गयी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुनना होगा। साथ ही निश्चित समय में उसका निस्तारण करना होगा। इसमें किसी तरह की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इतना ही नहीं, अब जनसुनवाई के मामलों का मैकेनिकल निस्तारण नहीं चलेगा। हम पब्लिक का 'इंडेक्स ऑफ सैटिस्फैक्शन' चेक करेंगे। हम ऐसा सिस्टम डेवलप करेंगे जिससे लोग यह बता सकें कि वह शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट हैं कि नहीं। इसके बाद ही संबंधित अधिकारी के काम का आंकलन किया जाएगा।

तय करेंगे जिम्मेदारी

हमारा फोकस कम एक्टिविटी ज्यादा डिलीवरी पर रहेगा। साथ ही अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी ताकि सही सिस्टम डेवलप किया जा सके। हम यह करने भी जा रहे हैं। हमारा फोकस जिलों पर भी होगा ताकि वहां अफसर समय पर दफ्तर पर बैठें और लोगों की समस्याएं सुनें। हमारे पास ब्यूरोक्रेट्स की एक शानदार टीम है। हम कर्मचारियों को भी साथ लेकर चलेंगे। मैं खुद व्यक्तिगत रूप से उनकी समस्याओं को जानकर उनका निस्तारण कराऊंगा, ताकि उनका मनोबल बढ़े। हमें एक टीम बनाकर अपने टारगेट को अचीव करना है।

बीस दिन में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी

हमने इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया था जिस पर दुनिया भर की कंपनियों ने भरोसा जताते हुए यूपी में निवेश के प्रस्ताव दिए। करीब 4.68 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों में से 50 हजार करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव अगले बीस दिन के भीतर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए धरातल पर उतरने जा रहे हैं। इसके जरिए हम बीस लाख से ज्यादा नौकरियां देंगे। वहीं 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' स्कीम का फायदा दो करोड़ लोगों को मिलेगा। इंवेस्टर्स समिट का हमें जो फायदा मिला है, हम उसे हाथ से जाने नहीं देंगे।

युवा और किसान प्राथमिकता

हमारी पहली प्राथमिकता प्रदेश के बेरोजगार युवा और किसान हैं। हमारी योजना अगले कुछ सालों में 45 लाख युवाओं को रोजगार देने की है। इसके लिए कई पॉलिसी लागू की गयी है। डिफेंस कॉरीडोर यूपी में गेमचेंजर का काम करने जा रहा है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि छोटे जिलों में भी फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के सैंकड़ों प्रस्ताव मिले हैं। वहीं किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोशिशों को हमें आगे बढ़ाना है। इसके लिए हम ऑफ-फॉर्मिग की कई पॉलिसीज ला रहे हैं। साथ ही गन्ना समेत तमाम फसलों की एमएसपी को भी बढ़ाना हमारा लक्ष्य है।

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सूचना निदेशक बनने का कुछ तो फायदा मिलेगा

अनूप चंद्र पांडे शुरुआती दौर में सूचना निदेशक के पद पर भी रह चुके हैं। उन्हें काफी लोकप्रिय भी माना जाता था। मुख्य सचिव के पद पर ताजपोशी के दौरान मीडिया से बेहतर संबंधों को लेकर वह यह कहने से भी नहीं चूके 'मुझे सूचना निदेशक रहने का कुछ तो फायदा मिलेगा'। ज्वाइनिंग के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया तो पूर्व मुख्य सचिव राजीव कुमार की तारीफ करते नहीं थके।

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1984 बैच के आईएएस

डॉ। अनूप चंद्र पांडे 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह वर्तमान में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव संस्थागत वित्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, एनआरआई विभाग तथा चेयरमैन ग्रेटर नोएडा के पद तैनात हैं। वे प्रदेश सरकार के वित्त, चिकित्सा शिक्षा, बेसिक शिक्षा, सचिवालय प्रशासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नियुक्ति, राज्य संपत्ति सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों में प्रमुख सचिव एवं सचिव के पदों पर तैनात रहे हैं। वह सूचना निदेशक तथा डीएम पिथौरागढ़ व नैनीताल के साथ-साथ केंद्र सरकार में भी अपर सचिव एवं संयुक्त सचिव के पद पर भी तैनात रहे हैं।