लोक सेवा आयोग के समीक्षा अधिकारी ने एसएसपी से मिलकर की शिकायत

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के समीक्षा अधिकारी सत्येन्द्र भूषण तिवारी सेवा अनुभाग-09 ने खुद पर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है। सत्येन्द्र ने नौकरी में रहते कोचिंग चलाने और वहां के छात्रों को लाभ पहुंचाने के आरोपों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उसका चचेरा भाई कोचिंग चलाता है। मेरी कोई भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है।

मुझे फंसाने का रच रहे कुचक्र

सत्येन्द्र ने शिकायती पत्र में कहा है कि पारिवारिक दायित्वों के नाते वह कभी कभार कोचिंग आता जाता है। कुछ षड़यंत्रकारी तत्व मेरे व मेरे चचेरे भाई के खिलाफ साजिशन तथ्यहीन व भ्रामक अफवाहें फैला रहे हैं। ऐसे तत्वों द्वारा डराने धमकाने, पैसा मांगने तथा उनकी बातों को न सुनने पर मुकदमें में फंसाने, जेल भिजवाने, सामाजिक प्रतिष्ठा की क्षति पहुंचाने जैसी बातें की जा रही हैं।

सदमें में बुजुर्ग मां और परिवार

उसने कहा है कि उसका परिवार डरा हुआ है। जिससे उनका जीवन यापन और दैनिक दिनचर्या गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। इससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा एवं मान सम्मान को भी क्षति पहुंच रही है। मेरी बुजुर्ग मां भी सदमें की स्थिति में हैं। मेरे व मेरे परिवार के साथ अनहोनी की आशंका भी बनी हुई है। सत्येन्द्र ने शिकायती पत्र के साथ एक संलग्नक भी पुलिस को दिया है। जिसमें कई फेसबुक और वाह्टसएप पोस्ट व कमेंट का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इसके निशाने पर लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश शासन, अध्यक्ष यूपीपीएससी, सचिव, परीक्षा नियंत्रक आदि हैं। ऐसे शरारती तत्वों द्वारा फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर निरंतर कार्य किया जा रहा है। जिसमें आयोग की गरिमा को क्षति पहुंचाना, उसकी छवि को धूमिल करना, शासन एवं आयोग के पदाधिकारियों के विरूद्ध षणयन्त्र करना, अभद्र एवं आपत्तिजनक टिप्पणियां करना, सरकारी कार्मिकों का मनोबल गिराना, मानसिक उत्पीड़न करना, उनके विरूद्ध अफवाह फैलाना, छात्रों को उकसाना, उन्हें हमलावर बनाकर कानून व्यवस्था हाथ में लेने के लिए प्रेरित करना आदि शामिल है।

मेरे ऊपर कथित तौर पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि मैं आयोग की परीक्षाओं से जुड़े प्रश्नों का लाभ कोचिंग के छात्रों तक पहुंचाता हूं। यह पूरी तरह से गलत है। ऐसे आरोपों से मेरा परिवार और चचेरा भाई मानसिक तनाव में है।

सत्येन्द्र,

समीक्षा अधिकारी लोक सेवा आयोग