चार घंटे थमी रही रफ्तार

एनएच-28 नौसढ़ चौराहे से नेशनल हाईवे तक मार्निंग 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक जाम था। कई किलोमीटर दूर तक रोडवेज बस, प्राइवेट गाडिय़ां, कामर्शियल व्हीकल सैकड़ों की संख्या में जाम में फंसी रही। यहां तक कि एम्बुलेंस भी जाम के झाम में थमी रही। बसों में सवार बच्चे, बुगुर्ज कई घंटे तक परेशान रहे। क्यों कि एक तरफ जाम और दूसरी तरफ बारिश के चलते लोग गाडिय़ों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे थे.  जिसके चलते लोगों का चार घंटे तक जीना भी मुहाल हो गया था। जाम के चलते किसी की ट्रेन छूट गई तो कोई ऑफिस समय पर नहीं पहुंच सका। हालात यह थे कि न बस से उतर कर वापस जा सकते थे और न ही आगे जा सकते थे।

 

क्यों लगा था जाम

गोरक्षनाथ पीठ के उत्ताधिकारी और सदर सांसद योगी आदित्य नाथ को मंडे को गोण्ड और अयोध्या के बीच एक जनसभा को संबोधित करने जाना था। पहले बस्ती प्रशासन ने जनसभा के अनुमति दे दी थी लेकिन एक रात पहले ही अनुमति पर रोक लगा दी। जिसके चलते सदर सांसद को लोकल प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया गया। मंदिर में रोकने में असफल प्रशासन ने टीपी नगर चौराहे पर रोकने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। नौसढ़ चौराहे के पास एसपी आर.ए ने फोर्स के साथ रोड पर ट्रक और ट्रैक्टर ट्राली लगाकर उन्हें रोक दिया। हिन्दु वाहिनी कार्यक्रम में शामिल न होने और कार्यक्रम रद्द करने के विरोध में सदर सांसद और कार्यकर्ताओं ने बस्ती न जाने के विरोध में नौसढ़ चौराहे पर धरने पर बैठ गए।

दो महीने पहले मैं दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन कराया था। बस्ती से गोरखपुर जाने के लिए मैं घर से तीन घंटे पहले चला था लेकिन जाम में फंसने के चलते मेरी ट्रेन छूट गई.

अभिषेक कुमार

मुझे आज पासपोर्ट ऑफिस में अपने पेपर जमा करने थे। हरैया से मैं पेपर लेकर शाहपुर स्थित पासपोर्ट जाने के लिए चला था लेकिन बस के जाम में फंसने के चलते लेट हो गया। अब ऑफिस बंद होने का टाइम हो गया आज मुझे फिर लौटना पड़ेगा.

प्रेम नारायण दुबे