पब्लिक टॉयलेट्स की सफाई दिलाएंगे महत्वपूर्ण अंक

तीन माह में निगम को करनी होगी हालत दुरुस्त

Meerut । शहर की सफाई व्यवस्था के लिए जनवरी माह में शुरु होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में बेहतरीन रैंक पाने के लिए इस बार निगम अपनी तैयारी में जुट गया है। निगम को उम्मीद है कि इस बार कई ऐसे मुद्दे निगम के पास हैं जो रैंक सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बावजूद इसके निगम के स्तर पर उनकी अनदेखी की जा रही है। इनमें शहर के पब्लिक टॉयलेट्स और सार्वजनिक स्थलों की साफ सफाई शामिल है जो निगम को अच्छे अंक दिला सकते हैं।

टॉयलेट्स की सफाई जरुरी

स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार सब्जी मंडी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट स्टेशन और पब्लिक टायलेट्स जैसी जगहों को रैकिंग के लिए महत्वपूर्ण माना है। बावजूद इसके निगम का ध्यान अभी इन जगहों पर नही है। निगम के लिए प्राथमिकता के तौर पर अभी शहर के कूडे़ की समस्या का निस्तारण और ओडीएफ प्रमुख बिंदु है जिनके निस्तारण में निगम जुटा है। ऐसे में सार्वजनिक स्थलों की गंदगी और पब्लिक टायलेट्स की जर्जर हालत निगम के पाइंट में कटौती करा सकते हैं। हालांकि निगम के अधिकारियों का कहना है कि कूड़ा निस्तारण के साथ ही इन बिंदुओं पर जल्द काम शुरु होगा।

गंदगी से अटे बाजार

फिलहाल यदि हम शहर की प्रमुख मंडियों और पब्लिक टॉयलेट्स की बात करें तो शहर की प्रमुख नवीन सब्जी मंडी की हालत बद से बदत्तर है और शहर के पब्लिक टॉयलेट्स का तो निगम को ध्यान तक नही है।

ये मुद्दे दिलाएंगे अच्छे अंक -

1- सामुदायिक और पब्लिक शौचालय-

इन क्षेत्र में टैंक और ड्रेनेज सिस्टम खुले ना हों, नालियां या सीवरेज ओवर फ्लो ना हों, सार्वजनिक शौचायल व यूरिनल साफ व लोगों के उपयोग के लायक हों

2- सब्जी, फल, मांस व मछली मार्केट-

इस बाजारों में गंदगी ना हो, पानी निकासी की व्यवस्था हो, कूड़ा डालने के लिए कूडे़दान की व्यवस्था, साथ ही मंडी परिसर में सड़कें पक्की हों

3- रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, डिपो-

इन पब्लिक ट्रांसपोर्ट स्टेशनों आसपास क्षेत्र में गंदगी या खुले में शौच ना किया जा रहा हो, परिसर में निगम द्वारा नियमित साफ सफाई हो।

सर्वेक्षण के लिए निगम ने तैयारियां शुरु कर दी है। कुछ समय लगेगा लेकिन हम इस बार अच्छी रैंक प्राप्त करेंगे।

- अली हसन कर्नी, अपर नगरायुक्त