-पानी निकास नहीं होने से थोड़ी सी भी बारिश में हो जाता है जलभराव

-शहर में करीब 108 छोटे-बड़े नालों की है संख्या

BAREILLY :

बस थोड़ी सी बारिश और हो गया जलभराव, ठीक यही हालत है अपने शहर की। क्योंकि, पूरा शहर तो बसा दिया गया गया, लेकिन बारिश के पानी के निकास की कोई व्यवस्था नहीं की। इससे जब कभी बारिश होती है या फिर बारिश का मौसम आता है तो रोड ही नहीं कॉलोनी और मोहल्लों के घरों में बारिश का पानी घुस जाता है। इससे परेशान लोग नगर निगम के चक्कर लगाते हैं।

केन्द्रीय मंत्री के ऑफिस के पास भी जलभराव

लल्ला मार्केट के पास केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार के ऑफिस के सामने भी जलभराव की समस्या है। थोड़ी सी बारिश होने पर जलभराव हो जाता है। रोड पर पानी भर जाता है। इसी के चलते बारिश होने के बाद केन्द्रीय मंत्री के आफिस को जाने वाली रोड टूटने लगती है। हाल ही में हुई हल्की बारिश से भी केन्द्रीय मंत्री के ऑफिस की रोड पर जलभराव हो गया। एक दिन रोड पर बारिश का पानी भरा रहा लिहाजा रोड टूटने लगी। जब केन्द्रीय मंत्री के आफिस के आसपास के एरिया की यह स्थिति है तो शहर की स्थिति क्या होगी इसका अंदाज शहर वासी खुद ही लगा सकते हैं।

इन एरिया में होता है जलभराव

बारिश के मौसम में सुभाष नगर, शंतिविहार, मढ़ीनाथ, रामपुर गार्डन, सिविल लाइंस, पुराना शहर, किला, जगतपुर, राजेन्द्र नगर, डीडीपुरम, लल्ला मार्केट, भूड़, संजय नगर, बारादरी सिटी हार्ट कॉलोनी सहित आसपास की कॉलोनी और सैटेलाइट एरिया में भी जलभराव की समस्या रहती है।

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शहर के अधिकांश एरिया में जलभराव की समस्या रहती है। इसके लिए आज तक कोई परमानेंट व्यवस्था नहीं चाहिए। क्योंकि जब तक शहर से बारिश के पानी का निकास नहीं होगा जलभराव खत्म नहीं होगा.

मो। हसन

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शहर में जलभराव की समस्या से निजात मिलनी चाहिए। अभी तो हल्की बारिश हुई थी इसके बाद भी शहर के कई एरिया में जलभराव जैसे हालात हो गए। जलभराव से रोड भी जल्दी खराब हो जाती है। समस्या का हल हाेना चािहए।

समीर

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जलभराव की समस्या अधिकतर एरिया में हैं। कई एरिया तो ऐसे हैं जहां के लोगों को बारिश के मौसम में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। जिम्मेदारों को कुछ ऐसा प्लान करना चाहिए ताकि शहर में जलभराव की समस्या से निजात मिले

राकेश

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शहर में तो हल्की बारिश हो जाए तो कुछ एरिया में जलभराव हो जाता है। इसके लिए सभी एरिया में नाला बनाए जाए ताकि बारिश के पानी का निकास आसानी से हो सके तभी जलभराव की समस्या से भी निजात मिल सकती है।

शानू