- पीसी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन पर टैक्स कम करने से होगा स्टूडेंट्स को फायदा

- अभी 12 से लेकर 28 परसेंट जीएसटी तय है अलग-अलग पा‌र्ट्स पर

रांची: तकनीक के क्षेत्र में आयी क्रांति के बीच आज भी लोग गैजेट्स खरीदने से पहले कीमत जरूर देखते हैं। आईटी से जुड़े गैजेट्स और एसेसरीज पर जीएसटी की दरें एक समान नहीं हैं, जिसके चलते खरीददार से लेकर व्यवसायी तक को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बार केंद्रीय बजट से स्टूडेंट्स, व्यवसायी और शिक्षाविदों को यह उम्मीद है कि आईटी से जुड़े गैजेट्स और एप्लाएंसेज-एसेसरीज में टैक्स कुछ कम होगा। इससे स्मार्ट फोन, टैबलेट, पीसी, लैपटॉप, वाई-फाई डिवाइस, प्रिंटर, कॉपियर और अन्य तरह के सामान की बिक्री बढ़ेगी। कीमत में गिरावट आयेगी, तो इसका फायदा व्यापार करने वालों को तो मिलेगा ही स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को भी मिलेगा। यहां प्रस्तुत है आम बजट से पहले लोगों की उम्मीदों से जुड़ी प्रतिक्रिया :

जीएसटी लागू होने के बाद यह पहला बजट है। उम्मीद यही है कि सरकार पर्सनल कम्प्यूटर से जुड़े विभिन्न एसेसरीज में एक समान जीएसटी लागू करेगी। अभी एक पीसी असेंबल करने के बाद हर सामान पर अलग जीएसटी देना पड़ता है। किसी में 12.5 परसेंट है, तो किसी सामान में 28 परसेंट। इससे कारोबार करने में काफी परेशानी होती है।

सरफे आलम, चैंबर सदस्य

अगर लैपटॉप और पीसी के साथ ही हाई एंड मोबाइल फोन के दाम घटेंगे, तो इसका फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा। आज शिक्षा के क्षेत्र में गैजेट्स की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है। स्टूडेंट्स को पढ़ाई के लिए कम्प्यूटर और लैपटॉप जरूरी हो गया है। सरकार से अपेक्षा है कि कीमतें कम हो।

अब्दुर्रहमान, शिक्षाविद