नौ सैैंपल्स का फोरेंसिक टेस्ट
नगड़ी पुलिस ने पूजा की मौत के बाद  स्पॉट से नौ सैैंपल्स को जब्त कर उसे  फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी, होटवार भेजा था। ब्लड सैैंपल, टूटी गोली, खोखा, जिंदा कारतूस, दोनों हाथ और पैर का धोया हुआ पानी और डस्ट पार्टिकल्स का फोरेंसिक टेस्ट एफएसएल में कराया गया। इसके अलावा पानी के हुए एनएएटी टेस्ट में बारूद का गंध नहीं होने की बात सामने आई। सोर्सेज के मुताबिक, अगर पूजा ने खुद को गोली मारी होती तो बारूद की स्मेल उसके हाथों से जरूर आती।

सस्पीशियस कंडीशन में मौत
पूजा सिंह की घर पर ही सस्पीशियस कंडीशन में गोली लगने से मौत हो गई थी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद आरजेडी के स्टेट प्रेसिडेंट गिरिनाथ सिंह, डीएसपी दीपक अंबष्ठ, डिप्टी मेयर अजयनाथ शाहदेव और नगड़ी थाना इंचार्ज केपी यादव पुलिस टीम के साथ स्पॉट पर पहुंचे थे। इसके अलावे फोरेंसिक टीम की मौजूदगी में डेड बॉडी को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने रिम्स भेजा था। पूजा के पिता गोरक्षण प्रसाद के मुताबिक, पूजा सिंह ने जयपुर में रह रही दीदी को कॉल कर खुद को बचा लेने की गुहार लगाई थी। उसने फोन पर कहा था कि वे लोग उसकी जान ले लेंगे। बड़ी बेटी ने उन्हें यह बात बता दी थी। लेकिन, जबतक वे कुछ कदम उठा पाते, उन्हें उसके मरने की खबर मिल चुकी थी।

ससुरालवालों के खिलाफ एफआईआर
इस बाबत पिता गोरक्षण प्रसाद ने पूजा के ससुरालवालों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें दामाद कुणाल शाहदेव, श्वसुर काशीनाथ शाहदेव, सास अजंता देवी, चाचा श्वसुर लाल शंकर नाथ शाहदेव व उसकी वाइफ और भतीजा सुशांत शाहदेव को आरोपी बनाया गया था। थाना में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, पिछले डेढ़ साल से हसबैैंड कुणाल अक्सर शराब पीकर घर में पूजा के साथ मारपीट करता था। सास अजंता देवी भी बात-बात में पूजा को टॉर्चर करती रहती थी। मरने से चार दिन पहले भी पूजा ने फैमिली मेंबर्स को कॉल कर बताया था कि हसबैैंड और सास दूसरी लड़की से कर देने की धमकी दी थी।