- रविवार को करवा चौथ पर रहेगा शनि का कुप्रभाव
- पूजा की विशेष विधि शनि के प्रकोप को करेगी दूर
- रविवार से सोमवार दोपहर तक रहेगी चतुर्थी तिथि
मेरठ। इस बार करवाचौथ रविवार को है इसलिए शनि की कुदृष्टि का असर रहेगा। विद्वानों की मानें तो सुहागन शनि की युक्ति कर पति की दीर्घायु साथ-साथ अखण्ड सौभाग्य प्राप्त कर सकती हैं।
सोमवार दोपहर तक चतुर्थी
इस बार करवाचौथ तृतीया तिथि को है। कारण है कि चतुर्थी तिथि रविवार दोपहर 4.58 से शुरु होकर सोमवार दोपहर 2.17 बजे तक है। करवाचौथ की चंद्र पूजा रात में होती है लिहाजा रविवार रात को ही करवाचौथ मनाया जाएगा।
ऐसे दूर होगी शनि की कुदृष्टि
-सुहागनें शिव, पार्वती और स्वामी कार्तिकेय का पूजन करे
- जिससे चन्द्रमा तथा विघ्न विनाशक गणेश दोनों की कृपा मिलेगी।
- पंच पूजा से शनि की कुदृष्टि नहीं रहेगी।
ऐसे करें पूजन-
- सुहागनें आठ अखरोट भगवान शिव का अर्पित करें
- आठ हाथ नाप धागा या कलवा कलश पर लपेट दें, इससे शनि के कुप्रभाव बंध जायेगा
ऐसे करें चंद्र पूजा
- चंद्रोदय के समय चन्द्रमा के समक्ष करवा में जल भरकर दो चुटकी चावल, धागे वाली मिश्री, कच्चा दूध और गंगाजल डालें।
- करवे को कलावे, रोली व हल्दी द्वारा शुभ ऊँ और स्वास्तिक से सजाएं
- चन्द्र मंत्र ऊँ सोम सोमाय नम: जपते हुए अपने स्थान पर ही 7 बार घूम कर चन्द्रमा को देवराज इन्द्र की पत्नी इन्द्राणी का ध्यान करते हुए 7 बार अर्ध्य दें
- धरती पर गिरे जल को माथे से वरदान के रूप में अवश्य लगाएं
यह है शुभमुहूर्त-
करवाचौथ कथा पूजन
सायं 5:37 से 6:28 बजे तक
चन्द्र अर्घ्य पूजन मुहूर्त
रात्रि 8:19 से 9:37 बजे तक
वर्जन-
संतान और लंबी आयु के लिए इस बार करवाचौथ पर विशेष योग है। पंच पूजा से शनि के क्रोध को कम करके विवाहिताएं अपने पति की लंबी आयु प्राप्त कर सकती हैं।
भारत ज्ञान भूषण, ज्योतिष वैज्ञानिक
इस बार करवाचौथ की चतुर्थी तिथि रविवार से शुरु होकर सोमवार दोपहर को समाप्त हो रही इसलिए करवा चौथ पूजन रविवार रात को होगा।
- पं श्रवण शर्मा, सती मंदिर