RANCHI : घरों की नलों से काला, बदबूदार और दूषित पानी नहीं गिरेगा। सप्लाई वाटर को शुद्ध करने के की कवायद में वाटर बोर्ड जुट चुका है। इस बाबत रूक्का, हटिया और गोंदा डैम से सप्लाई होने वाली पानी को साफ करने के लिए 700 मीट्रिक टन एल्यूमिना फेरिक (फि टकरी) खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस फिटकरी से पानी को साफ करने के बाद ही सप्लाई की जाएगी। लोगों द्वारा सप्लाई वाटर में कीड़ा और बदबू आने की शिकायत किए जाने के बाद यह कदम उठाया जा रहा है।

खर्च होंगे 90 लाख

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग एल्यूमिनी फेरिक सप्लाई करने वाली एजेंसियों से संपर्क करना भी शुरू किया है। इसके विभाग ने करीब 90 लाख रूपए का बजट तय किया है। इससे तीनों डैम में जो पानी प्लांट में पहुंचता है वहां इसका उपयोग कर पानी को साफ किया जाएगा। इस केमिकल को सप्लाई करने के लिए विभाग द्वारा एक्सपर्ट कंपनियों से आवेदन भी मांगा गया है।

लोगों द्वारा शिकायत के बाद हो रही पहल

राजधानी के कई इलाकों में गंदा सप्लाई वाटर किए जाने की शिकायत लोगों द्वारा दर्ज कराए जाने को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने तीनों डैमों से आने वाले पानी को साफ करने के लिए 700 मेट्रिक टन फि टकिरी लेने का निर्णय लिया है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी भी जो पानी लोगों को देते हैं उसे साफ करने के लिए फि टकिरी का यूज़ करते हैं।

एल्युमिना फेरिक का क्यों होता इस्तेमाल

एल्युमिना फेरिक यानी फि टकिरी एक तरह का केमिकल है जिसका यूज पानी को साफ करने में होता है। हटिया, रूक्का और गोंदा डैम का पानी प्लांट में आने के बाद एलुमिना फेरिक केमिकल डालकर उसे साफ किया जाता है।