VRINDAVAN (22 Dec.): ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर के अधिग्रहण की सरकारी मंशा के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन गरमाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। धर्म रक्षा संघ ने सेवायत गोस्वामियों के साथ आगामी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। आंदोलन के द्वितीय चरण के लिए अन्य संगठनों को भी जोड़ा जाएगा। गोवर्धन के प्रख्यात संत सियाराम बाबा के सपा महासचिव प्रो। रामगोपाल यादव से फोन पर की गई वार्ता के बाद मिले आश्वासन पर सेवायत गोस्वामियों ने आंदोलन स्थगित कर दिया था। संत सियाराम बाबा के आश्वासन के करीब एक सप्ताह बाद भी कोई ठोस नतीजा न निकलने पर आदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे धर्म रक्षा संघ ने एक बार फिर आदोलन को गर्माने की तैयारियां शुरू कर दी है। मंगलवार को बांके बिहारी मंदिर के समीप मोहनबाग में हिन्दूवादी संगठनों एवं सेवायत गोस्वामियों ने बैठक कर आगामी रणनीति पर चर्चा की। संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड ने बताया कि संत सियाराम बाबा का सभी ब्रजवासी सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें सरकार पर कतई भरोसा नहीं है। बाबा के आदेशानुसार आंदोलन स्थगित किया गया था। जिसमें तीन दिन के अंदर सरकार की ओर से ठोस आश्वासन दिए जाने की बात कही थी, लेकिन अब कई दिन बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस मुद्दे पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जबकि सरकार के आलाधिकारी लगातार अधिग्रहण के बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब आंदोलन को और उग्र रूप प्रदान किया जाएगा। मंदिर प्रबंध कमेटी के प्रवक्ता गोपेश गोस्वामी एवं देवेन्द्रनाथ गोस्वामी ने कहा कि अब यह लड़ाई अंतिम रूप से लड़ी जाएगी। सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात कर अनुरोध करेंगे। ठोस कदम न उठाने पर आंदोलन रफ्तार पकडे़गा। इस अवसर पर गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, आचार्य बद्रीश, घनश्याम गोस्वामी, हरिहर शर्मा, श्याम सुंदर गौतम, रजत, ब्रजेश, श्रीनाथ गोस्वामी, सावरिया गोस्वामी, महेश गोस्वामी, राजकुमार, अमर बिहारी गोस्वामी, राजीव, आभास आदि मौजूद थे। धर्मरक्षा संघ द्वारा प्रेषित पत्र में ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर एवं मिर्जापुर के बिंध्यवासिनी मंदिर के प्रस्तावित अधिग्रहण के संबंध में प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक को पत्र द्वारा अवगत कराने पर श्रीनायक ने प्रदेश सरकार को धर्मरक्षा संघ के पत्र का हवाला देते हुए प्रस्तावित अधिग्रहण से विरत रहने का अनुरोध किया है।